DefExpo 2020 शुरू, रक्षा के क्षेत्र में पीएम मोदी ने बड़े ऐलान किये

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रक्षा प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रक्षा प्रदर्शनी डेफ एक्सपो 2020 (DefExpo 2020) का उद्घाटन करने के लिए आए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा उत्पादन, निर्यात और इस क्षेत्र में विकास में देश की योजनाओं और महत्वाकांक्षाओं का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि आने वाले पांच साल में रक्षा निर्यात दोगुने से भी ज्यादा करके 35 हज़ार करोड़ रुपये से पार तक पहुंचाने और रक्षा उत्पादन करने वाली 15 हज़ार से ज्यादा माध्यम, लघु और सूक्षम इकाइयां खोलने का लक्ष्य है. आज से पांच दिन तक चलने वाली डेफ एक्सपो 2020  के आयोजन को उन्होंने बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ये भारत की अब तक न सिर्फ की सबसे बड़ी प्रदर्शनी है बल्कि ये दुनिया भर की सबसे बड़ी दस रक्षा प्रदर्शनियों में से एक साबित हुई है.

रक्षा प्रदर्शनी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह.

प्रधानमंत्री ने रक्षा प्रदर्शनी में शामिल हुई देशी विदेशी कम्पनियों, बड़ी संख्या में आये रक्षा विशेषज्ञों, अफ़्रीकी देशों के रक्षा मंत्रियों आदि का ज़िक्र करते हुए कहा कि अब भारत ने दुनिया को बता दिया है कि पूरी दुनिया के रक्षा और सुरक्षा के सन्दर्भ में भारत की अहम भूमिका है. साथ ये दुनिया का भारत के प्रति विश्वास का भी द्योतक है. इस अवसर पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्यमंत्री श्रीपद यसो नाइक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहाँ आये लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि वो दोहरे तरीके से ये स्वागत कर रहे है – प्रधानमंत्री के नाते ही नहीं उत्तर प्रदेश के सांसद होने के नाते भी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर अफ़सोस ज़ाहिर किया कि आज़ादी के बाद से भारत ने रक्षा निर्यात के क्षेत्र को नज़रन्दाज़ ही नहीं किया बल्कि रक्षा का सामान लगातार दूसरे देशों से खरीदता रहा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने से पहले भारत का रक्षा निर्यात 2000 करोड़ रुपये का था. पिछले दो साल के दौरान ये बढ़कर 17000 करोड़ हो गया है और 5 साल में ये 35000  करोड़ हो जाएगा. उन्होंने बताया कि 2014 तक भारत में रक्षा का सामान बनाने के लिए 217 लाइसेंस जारी हुए थे लेकिन उनके राज में पांच साल के दौरान ये तादाद 407 हुई.

DefExpo 2020 में DRDO के उत्पादों का जायजा लेते चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत.

पूरी दुनिया में सुरक्षा के माहौल और उसमें भारत की अहम भूमिका का ज़िक्र करते हुए उन्होंने आने वाली सुरक्षा चुनौतियों पर भी चिंता ज़ाहिर की. उन्होंने कहा कि दोनों विश्व युद्ध में भारत ने हिस्सा लिया जबकि हमारे देश इसमें कोई पक्ष भी नहीं था. उन्होंने कहा कि आज भी भारत के 6000 सैनिक दूसरे देशों में शान्ति मिशन पर गये हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बदलते युग की चुनौतियों से निपटने की भारत की तैयारी का ज़िक्र करते हुए बताया कि रक्षा के क्षेत्र में कृत्रिम आसूचना (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-Artificial Intelligence)  का महत्वपूर्ण रोल है. इसके लिए भारत ने रोड मैप तैयार किया है जिसके तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इकट्ठा करने के लिए 25 उत्पाद विकसित किये जायेंगे.

श्री मोदी ने रक्षा उद्योग के लिए उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में गलियारा बनाने के सन्दर्भ में कहा कि इसके तहत यूपी में ही 20 हज़ार करोड़ रुपये खर्च किये जाने हैं. उन्होंने कहा कि देश का सबसे बड़ा राज्य यूपी न सिर्फ रक्षा उत्पाद का हब बनेगा बल्कि इससे रोज़गार के लाखों अवसर भी पैदा होंगे.

लखनऊ में 9 फरवरी तक चलने वाली रक्षा प्रदर्शनी डेफ एक्सपो 2020 में तकरीबन 1000 छोटी बड़ी कम्पनियां हिस्सा ले रही हैं. इनमें भारत के अलावा 150 से ज्यादा देशों की भागीदारी है. सुरक्षा, रक्षा उत्पादन और इससे जुड़े विषयों पर यहाँ कार्यक्रम भी हो रहे हैं. प्रदर्शन के लिए कम्पनियां अपने विभिन्न उत्पाद भी लाई हुई हैं जिनमें बड़े से लेकर छोटे हथियार और पुर्जे भी शामिल हैं.