जम्मू कश्मीर और लदाख की पुलिस और क़ानून व्यवस्था की ज़िम्मेदारी अब यानि 31 अक्टूबर से सीधे भारत सरकार की होगी. जम्मू कश्मीर राज्य को बांटकर बनाये गये दो यूनियन टेरेटरी जम्मू-कश्मीर और लदाख 30 अक्टूबर की आधी रात (बुधवार-गुरुवार) के बाद से वजूद में आ गये. इनके नये प्रशासक के तौर पर बनाये गये उप राज्यपाल गुरुवार को, श्रीनगर और लेह में अलग अलग समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. गिरीश चन्द्रा मुर्मू जम्मू कश्मीर के और राधा कृष्ण माथुर लदाख के उप राज्यपाल पद की शपथ लेंगे. दोनों ही भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के रिटायर्ड अधिकारी हैं. जम्मू-कश्मीर में पुलिस महानिदेशक (DGP) का पद जस का तस रहेगा जबकि लदाख में पुलिस महानिरीक्षक (IGP) पुलिस विभाग का मुखिया होगा. लदाख में आईजीपी की भी नियुक्ति कर दी गई है. जम्मू-कश्मीर कैडर के 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी एसएस खंडारे (SS Khandare) को लदाख का IGP बनाया गया है.
जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 के प्रावधान के मुताबिक़ राज्य को बांटकर बनाये गये दोनों यूटी 31 अक्टूबर को वजूद में आने हैं. अगस्त के शुरुआत में ही जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम 2019 पास हो गया था. भारत को ब्रिटिश साम्राज्य से मिली आज़ादी के बाद एकीकृत करने के लिए हमेशा याद किये जाने वाले और देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म दिवस पर होने वाली ये ऐतिहासिक घटना होगी. पटेल ने 260 रियासतों को जोड़ा था और महाराजा हरि सिंह की रियासत जम्मू कश्मीर को 26 अक्टूबर 1947 को भारत में शामिल किया गया था. प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बनी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन की सरकार ने सरदार पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने का फैसला लिया था.
अब नये प्रावधान के साथ ही भारत में राज्यों की संख्या 29 से घटकर 28 और यूनियन टेरेटरी की संख्या 7 से बढकर 9 हो गई. नव नियुक्त दोनों ही उप राज्यपाल को जम्मू कश्मीर हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस गीता मित्तल शपथ दिलाएंगी. लेह में आरके माथुर का शपथ ग्रहण सिंधु संस्कृति आडिटोरियम में सुबह 7.30 बजे और श्रीनगर राजभवन में गिरीश चन्द्रा मुर्मू का शपथ ग्रहण दोपहर पौने एक बजे होगा. भारत में यूँ तो पहले भी राज्यों के विभाजन हुए हैं या केन्द्रशासित क्षेत्र को पूर्ण राज्य का दर्जा भी दिया गया है लेकिन ये पहली बार है जब एक राज्य को बांटकर दो यूटी बनाई गईं हैं.