लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने मंगलवार को भारतीय थल सेना के उप प्रमुख का ओहदा संभाल लिया है. इस ओहदे से लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती मंगलवार को ही रिटायर हुए हैं. उनके स्थान पर आये लेफ्टिनेंट जनरल पांडे अभी तक भारतीय थल सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख थे. सेना के उप प्रमुख का ओहदा संभालने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय समर स्मारक ( national war memorial ) पर जाकर शहीद सैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की.
दूसरी तरफ, लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कालिता को लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ( lt gen manoj pande ) के स्थान पर कोलकाता स्थित मुख्यालय वाली पूर्वी कमान का प्रमुख बनाया गया है. पूर्वी कमान सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सेक्टर की वास्तविक नियंत्रण रेखा (एल ए सी -LAC ) की निगहबानी करती है.
भारतीय थल सेना के उप प्रमुख बने लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने दिसंबर 1982 में बॉम्बे सैपर्स में कमीशन हासिल किया था. तब से अब तक जनरल पांडे कई अहम कमानों का नेतृत्व किया. उन्हें विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में परंपरागत सैन्य और घुसपैठ निरोधक कार्रवाइयों का अनुभव है. जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उन्होंने सीमा नियंत्रण रेखा (एलओसी – LOC ) पर इंजीनियर रेजिमेंट की कमान सम्भाली थी. पश्चिम सेक्टर में उन्होंने इंजीनियर ब्रिगेड कमांड की थी तो एलओसी के साथ इन्फेन्ट्री ब्रिगेड कमान करने का भी उन्होंने अनुभव लिया. जनरल पांडे पूर्वोत्तर में कोर कमांडर भी रहे और उन्होंने लदाख के अति ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों में माउंटेन डिवीजन की भी कमान संभाली थी.
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे संयुक्त राष्ट्र के मिशन पर भी रहे हैं. पूर्वी कमान से पहले जून 2020 से मई 2021 तक वे अंडमान निकोबार कमांड के कमांडर इन चीफ भी रहे. वरिष्ठता के हिसाब से देखा जाए तो वर्तमान थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के बाद दूसरे नंबर पर सबसे वरिष्ठ जनरल वही हैं. श्री नरवणे के अप्रैल में सेनाध्यक्ष पद से रिटायरमेंट के बाद जनरल पांडे के ही सेना प्रमुख भी बनने की सम्भावना है.