
उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने गुरुवार को लखनऊ स्थित सेना मुख्यालय में मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता से मुलाकात की. इस बैठक का मक़सद पुलिस व सेना के बीच समन्वय को बेहतर करने के उपाय लागू करना था.
बैठक में भारतीय सेना ( Indian army) और उत्तर प्रदेश पुलिस ( uttar pradesh police) के बीच परिचालन तालमेल बढ़ाने पर खास ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें वास्तविक समय की खुफिया जानकारी साझा करने, संयुक्त प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल और समन्वित आपदा तैयारी ढांचे पर जोर दिया गया . डीजीपी राजीव कृष्ण ( dgp rajiv krishan) ने बैठक की एक तस्वीर के साथ अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट इस बारे में पोस्ट किया है.
“हमने वास्तविक समय की खुफिया जानकारी साझा करने, संयुक्त प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल और आपदा तैयारी ढांचे के माध्यम से सेना-पुलिस समन्वय को गहरा करने के तरीकों की खोज की. पोस्ट में कहा गया है, “एक सुरक्षित, मजबूत भारत के लिए निर्बाध अंतर-एजेंसी सहयोग के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि है.”
भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड ( central command) ने भी एक फोटो के साथ इस अपडेट को एक्स पर साझा किया. सेंट्रल कमांड ने एक्स पर पोस्ट किया, “दोनो ने सेना-पुलिस तालमेल को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की, जिसमें वास्तविक समय की खुफिया जानकारी साझा करने और आंतरिक सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के लिए एकीकृत प्रतिक्रिया तंत्र पर ध्यान केंद्रित किया गया.” “बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए निर्बाध अंतर-एजेंसी समन्वय के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई,” इसमें कहा गया है, “उन्होंने एक सुरक्षित, मजबूत भारत के लिए निर्बाध अंतर-एजेंसी सहयोग के लिए दोनों बलों की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की.