लेडी सिंघम मंजिल सैनी की यूपी पुलिस में वापसी ,आईजी विजिलेंस बनी

80
भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी मंजिल सैनी दहल

ईमानदार और दबंग अधिकारी की  छवि वाली के साथ साथ अक्सर सुर्ख़ियों बने रहने वाली भारतीय पुलिस सेवा की अधिकारी मंजिल सैनी दहल अब अपनी  कैडर तैनाती में लौट आई हैं. अभी तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड ( एनएसजी ) और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ( एनएचआरसी ) में तैनात रहीं 2005 बैच की यूपी कैडर की आईपीएस मंजिल सैनी को उत्तर प्रदेश पुलिस में महानिरीक्षक ( सतर्कता ) के ओहदे पर नियुक्त  किया गया है .

यूपीके ही एक अन्य आईपीएस अधिकारी एस एम कासिम आबिदी ( s m qasim abidi ) को भी सतर्कता अनुभाग में पुलिस अधीक्षक ( एसपी ) तैनात किया गया है. कासिम आबिदी 2017 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर ( up cadre) के आईपीएस अधिकारी है .

दिल्ली की रहने वाली 49 वर्षीया मंजिल सैनी ( ips manzil saini ) यूपी की राजधानी लखनऊ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत यूपी के विभिन्न जिलों में तैनात रहीं हैं लेकिन सुर्ख़ियों में पहली बार तभी आ गई थीं जब मुरादाबाद में एएसपी रहते ही उन्होंने देश के सबसे बड़े किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया था. उनके इस काम की देश ही नहीं विदेशों में भी चर्चा हुई थी.  लखनऊ के श्रवण साहू हत्याकांड के बाद लखनऊ से रुखसत हुई यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा की भी वह प्रभारी रहीं . हालांकि श्रवण साहू हत्याकांड में सीबीआई ने अपनी जांच में मंजिल सैनी को गैर जिम्मेदाराना रवैये का दोषी बताया था लेकिन इसके बाद बिठाई गई जांच समिति ने मंजिल सैनी को इस मामले में क्लीन चिट दे दी थी. अपने बेटे की हत्या के चश्मदीद व्यापारी श्रवण साहू ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस सुरक्षा मांगी थी लेकिन उनको समय पर सिक्युरिटी नहीं दी गई. आशंका सही साबित हुई और श्रवण  साहू की हत्या कर दी गई. बाद में सीके लिए लखनऊ के तत्कालीन जिलाधिकारी की गलती बताई गई थी .

मंजिल सैनी मेरठ , मुज़फ्फर नगर , इटावा , इलाहाबाद आदि में रहीं. इस दौरान उन्होंने न तो नेताओं का दबाव झेला और न ही  मातहतों को बख्शा. ड्यूटी के दौरान सार्वजनिक स्थलों पर उनकी कुछ गतिविधियों के वीडियो वायरल हुए. इनमें से एक वीडियो में तो वह आपने मातहत अधिकारी से यह कहते भी सुनीं गईं कि चूड़ियाँ  पहन लो.  इसी तरह के घटनाक्रम के कारण उनकी छवि एक कडक अधिकारी की बनी और उनको लेडी सिंघम ( lady singham ) पुकारा जाने लगा.

दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफेंस कॉलेज और दिल्ली  स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स की छात्रा रहीं मंजिल सैनी का पुलिस से गहरा नाता रहा है . उनके पिता एच एस  सैनी भी दिल्ली पुलिस में थे. कॉलेज के अपने सहपाठी जसपाल दहल  के साथ साल 2000 में शादी करने  और कुछ साल निजी क्षेत्र की कंपनी में नौकरी करने के बाद मंजिल सैनी ने 2005 में  संघ लोक सेवा आयोग ( यूपीएससी – upsc ) की परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली थी. माना जाता है कि भारत में शादी करने के बाद आईपीएस बनने वाली मंजिल सैनी पहली महिला हैं . इसी तरह लखनऊ में एसएसपी के ओहदे पर तैनात होने वाली भी वह पहली अफसर हैं .