गाजीपुर में हेड कांस्टेबल सुरेश प्रताप वत्स को पीटकर मार डाला

867
हेड कांस्टेबल सुरेश प्रताप वत्स
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में हेड कांस्टेबल सुरेश प्रताप वत्स (फाइल फोटो) की पीटकर हत्या कर दी गई.

गाजीपुर : आरक्षण की मांग को लेकर रास्ता जाम कर रहे निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को हटाने गए करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल सुरेश प्रताप वत्स (48) को शनिवार की शाम पीटकर मार डाला गया. डीएम व एसपी मौके पर पहुंचे तो आरोपित भाग निकले.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजीपुर में भीड़ के पथराव में सिपाही सुरेश वत्स की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने दिवंगत सिपाही की पत्नी को 40 लाख रुपये तथा उनके माता-पिता को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है. साथ ही, दिवंगत पुलिसकर्मी की पत्नी को असाधारण पेंशन तथा परिवार के एक सदस्य को मृतक आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी देने की घोषणा भी की है. मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक को घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई का निर्देश दिया है.

आरक्षण की मांग को लेकर जिले भर के निषाद पार्टी के कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पर धरना देने आ रहे थे. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए उन्हें पुलिसकर्मियों ने जगह-जगह रोक दिया. इससे नाराज कार्यकर्ता सैदपुर, करंडा थाना क्षेत्र के भटौली व नोनहरा थाना क्षेत्र के कठवामोड़ मंगई नदी के पुल पर धरने पर बैठ गए. तीसरे पहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा समाप्त हुई और कार्यक्रम में आए लोग लौटने लगे तो कठवामोड़ के पास इन कार्यकर्ताओं ने गाजीपुर-मुहम्मदाबाद मार्ग पर जाम लगा दिया. जाम खुलवाने के लिए ड्यूटी से थाने लौट रहे करीमुद्दीनपुर थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया. वे पुलिसकर्मियों संग जाम स्थल पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझाने लगे. उसी दौरान कार्यकर्ता उग्र हो गए और पथराव करने लगे जिससे भगदड़ मच गई.

इसी बीच निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात प्रतापगढ़ जिले के लच्छीपुर गांव निवासी सुरेश प्रताप को दबोच लिया और जमकर पिटाई कर दी. सिर में गंभीर चोट लगने के कारण वे मौके पर ही बेहोश हो गए. पुलिसकर्मियों ने हमलावरों को खदेड़कर सुरेश प्रताप को छुड़ाया. लहूलुहान हाल में सुरेश प्रताप को जिला अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से लौट रहे भाजपा नेताओं के वाहनों पर शुरू में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पथराव कर दिया. इससे दोनों पक्षों में तकरार भी हुई.