बिहार पुलिस का दिलेर एसएचओ आशीष कुमार सिंह बदमाशों से मुठभेड़ के दौरान शहीद

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आशीष कुमार सिंह
बिहार के खगड़िया जिले में पसराहा के दिलेर थानाध्यक्ष एसएचओ आशीष कुमार सिंह की फाइल फोटो. यह फोटो आशीष के फेसबुक वाल से ली गई है.

भारत के बिहार राज्य के खगड़िया में खतरनाक गिरोह को पकड़ने गये पसराहा के दिलेर थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गये. उनके साथ यहाँ दबिश पर आये चार सिपाहियों में से एक दुर्गेश, उन्हें बचाने की कोशिश में घायल हो गया. अपुष्ट सूचना के मुताबिक इस मुठभेड़ में एक बदमाश भी मारा गया. उस पर, आशीष सिंह ने तब अपनी बंदूक से गोली दागी थी जब वह खुद घायलावस्था में थे. वैसे आशीष सिंह ने, शुक्रवार की मध्य रात्रि बाद हुई इस मुठभेड़ में मौके पर ही प्राण त्याग दिए. घायल सिपाही दुर्गेश को भागलपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

आशीष कुमार सिंह
यह फोटो आशीष के फेसबुक वाल से ली गई है.

नौ साल पहले बिहार पुलिस में भर्ती हुए आशीष सिंह की दिलेरी का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि अपराधियों का गढ़ माने जाने वाले इसी इलाके में साल भर पहले भी उन्होंने बदमाशों का सामना करते हुए गोली खाई थी और ज़ख्म भरने के बाद और दिलेरी के साथ ड्यूटी सम्भाली. अजब इतेफाक ये भी है कि कुछ ही अरसा पहले उनके ही बैचमेट (वर्ष 2009) और गया जिले के कोठी थानाध्यक्ष कयामुद्दीन अंसारी की, मोटर साइकिल सवारों ने सरे आम गोली मारकर तब हत्या कर डाली थी जब वह सुबह की सैर के लिए निकले थे. हालांकि पुलिस उस घटना में माओवादियों का हाथ मान रही है.

ऐसे हुई मुठभेड़ :

पसराहा के थानाध्यक्ष 38 वर्षीय सब इंस्पेक्टर आशीष कुमार सिंह को खबर मिली थी कि कुख्यात गैंगस्टर दिनेश मुनि गिरोह के सदस्य खगड़िया – नवगछिया जिलों के सीमाई गंगा इलाके सलारपुर – मोजरा दियारा में हैं. आशीष कुमार सिंह अपने साथ चार सिपाहियों के दल को लेकर, उन्हें धर दबोचने के लिए पहुंचे ही थे कि बदमाशों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर डाली. दोनों तरफ खूब गोलियां चलीं. अंदाजन सौ. इन्हीं में से एक गोली जांबाज़ दारोगा आशीष के पेट में लगी. उन्हें बचाने की कोशिश में कवर फायरिंग करते वक्त सिपाही दुर्गेश को बदमाश की गोली लगी.

एक सूचना ये भी है कि बिहार पुलिस के जांबाज़ सब इसंपेक्टर आशीष कुमार सिंह बदमाशों के एक साथी का पीछा करते वहां पहुंचे थे. ये मुठभेड़ रात डेढ़ -दो बजे के बीच हुई बताई जाती है.

मुठभेड़ के बाद :

खबर मिलने के बाद खगड़िया की पुलिस अधीक्षक (एसपी) मीनू कुमारी और नवगछिया की एसपी निधि रानी दल बल के साथ मौके पर पहुँची और बदमाशों का पता लगाने के लिए घेराबंदी की गई.

जिंदादिल पुलिस अफसर :

आशीष कुमार सिंह
यह फोटो आशीष के फेसबुक वाल से ली गई है.

बिहार के सहरसा के सरोजा गाँव निवासी शहीद सब इंस्पेक्टर आशीष कुमार सिंह की छवि एक साहसी और समाजसेवी व्यक्ति की थी. 1 मार्च 1980 को पैदा हुए आशीष कुमार सिंह 1 फरवरी 2009 को बिहार पुलिस में भर्ती हुए थे. उनके एक भाई सीमा सुरक्षा बल (BSF ) में हैं और दूसरे सिविल इंजीनियर हैं.