भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP आईटीबीपी) ने दुनिया भर के सबसे दुर्गम इलाकों में से एक लदाख में शनिवार को आइस वाल क्लाइम्बिंग कम्पीटीशन ( ice wall climbing competition) की शानदार शुरुआत की है. दो दिन का ये मुकाबला भारत में खेल प्रेमियों और रोमांच प्रेमियों के लिए नया मौका लाया. वहीं लदाख के लिए नई सम्भावनाओं को तलाशने का ज़रिया भी बन सकता है. बर्फीले इलाकों में होने वाले खेलों या यूं कहें कि विंटर स्पोर्ट्स (winter sports) को बढ़ावा देने में भी ये एक दिलचस्प भूमिका अदा करेगा. एशिया और यूरोप के कुछ देशों में बर्फ की दीवार पर चढ़ने के ऐसे मुकाबले लोकप्रिय हैं लेकिन भारत में इस तरह का ये पहला आयोजन है. भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों के अलावा लदाख पुलिस, लदाख माउंटेन गाइड एसोसिएशन, छात्रों और नुबरा की टीमें भी इसमें हिस्सा ले रही हैं. रविवार को समापन समारोह हुआ. आईटीबीपी नार्थ फ्रंटियर ने ओवर आल चैम्पियनशिप जीती.
गंग्लास (ganglas) में ‘आइस वाल कम्पीटीशन’ के उद्घाटन के मौके पर लदाख के उपराज्यपाल आर के माथुर ने जो कुछ जानकारियां दीं वो सच में खेल प्रेमियों और पर्यटन प्रेमियों के लिए उत्साहवर्धक हैं. उन्होंने बताया कि लदाख प्रशासन करगिल के द्रास (drass) और ज़नस्कर (zanskar) क्षेत्रों में जल्दी ही विंटर स्पोर्ट्स अकेडमी (winter sports academy) शुरू करने वाला है. लदाख के पैंगोंग इलाके में ऐसी कई जगह हैं जहां शीतकालीन खेल (विंटर स्पोर्ट्स – winter sports) हो सकते हैं.
इस आइस वाल क्लाइम्बिंग मुकाबले में 100 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं. आईटीबीपी के पूर्व – पश्चिम फ्रंटियर के महानिरीक्षक ल्हारे दोरजी ल्हाटू ने इस अवसर पर कहा कि ये आयोजन प्रतिभागियों में टीम भावना और आत्मविश्वास देगा. उन्होंने बताया कि आइस वाल कम्पटीशन कुछ एशियाई और यूरोपीय देशों में लोकप्रिय है. श्री दोरजी का ये भी कहना था कि इस तरह के आयोजन विंटर ओलम्पिक्स जैसे खेल मुकाबलों के लिए प्रतिभावान खिलाड़ियों का पूल बनाने में भी सहायक होगा. इस मौके पर लदाख के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एस एस खान्द्रे , आईटीबीपी के अतिरिक्त महानिदेशक संदीप खोसला , लेह के ज़िलाधीश मौजूद थे.