पुलिस ने बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर का शव लावारिस मान अंतिम संस्कार कर दिया, महीने बाद पता चला

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सीमा सुरक्षा बल के उप निरीक्षक सत्यवान ( फाइल फोटो )

सीमा सुरक्षा बल  ( border security force ) के उप निरीक्षक सत्यवान की मौत की परिस्थितियां बेहद भयावह हैं . एक तो भले चंगे  इंसान की असमय और अचानक मृत्यु होना ही दर्दनाक है लेकिन सत्यवान के मामले में न सिर्फ मृत्यु के हालात असामान्य हैं बल्कि उसके बाद के घटनाक्रम ने उनके परिवार व परिचितों की पीड़ा ज्यादा बढ़ा दी. उनकी मृत्यु रेलगाड़ी के नीचे आने से हुई जिसे एक दुर्घटना माना जा रहा है लेकिन पुलिस उनकी शिनाख्त न कर सकी . लिहाज़ा जैसा कि नियम है तीन दिन शव को रखने के बाद लावारिस की तरह उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया.

हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले बीएसएफ ( bsf ) में तैनात एसआई सत्यवान  ( si satyawan) जम्मू में एक कोर्स के लिए जा रहे थे. वह  20 अक्टूबर, 2025 को स्वराज एक्सप्रेस ट्रेन  से सफर कर रहे थे . संभवत  लुधियाना प्लेटफॉर्म पर  वह किसी कारणवश ट्रेन से उतरे और जैसे ही ट्रेन चलने लगी, दोबारा चढ़ने की कोशिश में उनका संतुलन  बिगड़ गया. ऐसे में सत्यवान  ट्रेन के नीचे जा गिरे. उनकी दुर्घटनास्थल पर ही  मौत हो गई.

पुलिस को उस वक्त उनके पास ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला जिससे उनकी पहचान हो सके. न  ही वहां से उनका कोई मोबाइल फोन मिला. लुधियाना में रेलवे पुलिस ने , अनजान शवों के मिलने के सामान्य नियमों के मुताबिक़,  72 घंटे की प्रतीक्षा के बाद अंतिम संस्कार कर दिया. वैसे बाद में  प्लेटफॉर्म पर  ‘ SI सत्यवान ‘  लिखा एक बैग बरामद हुआ था.

इस बीच एस आई सत्यवान के परिवार ने  हिसार में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. महीने भर से परिवार उनकी खोज खबर में भटक रहा था  और अब जब लुधियाना गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP station ) थाने में पहुंचे तब  उनकी बेटी ने वहां रखे उनके सामान की पहचान की.