जम्मू. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सेना (44 राष्ट्रीय राइफल्स) के शहीद राइफलमैन औरंगजेब के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की. जम्मू एवं कश्मीर में 15 जून को आतंकवादियों ने औरंगजेब को अगवा कर उनकी हत्या कर दी थी.
रक्षा मंत्री दिन बुधवार सुबह यहां पहुंची और राजौरी जिले के मेंढर इलाके में शोकाकुल परिवार से मुलाकात की. निर्मला सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा, “मैं शहीद के परिवार के साथ कुछ समय बिताने आई हूं और मैं जिस संदेश के साथ आई हूं, वह यह है कि शहीद सैनिक पूरे देश के लिए प्रेरणा है.”
रक्षा मंत्री ने औरंगजेब की मां को न सिर्फ सांत्वना दी बल्कि उनके शहीद पुत्र को शेर पुत्र का खिताब दिया. कहा, “आप शेर सुपुत्र की माता हैं. आप गर्व से सिर ऊंचा करके जिएं. हम हमेशा आपके साथ हैं और आपकी हर मदद करेंगे.”
शहीद के पिता ने भी सेना में रहकर देश की सेवा की है. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भी सोमवार को परिवार से मुलाकात की थी. कश्मीर के पुलवामा में औरंगजेब की निर्मम हत्या कर दी गई थी.
ईद का त्योहार मनाने के लिए अन्य सैनिकों के साथ निजी वाहन से शोपियां जाते समय आतंकवादियों ने उनका रास्ता रोक लिया था. शोपियां जाकर वे दूसरे वाहन से पुंछ स्थित अपने घर के लिए निकलने वाले थे.
उनका अपहरण करने वाले आतंकवादियों ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें शहीद ने निर्भीकता से स्वीकार किया कि वह भारतीय सेना का जवान है और उसने दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियानों में हिस्सा लिया है.
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जनरल बिपिन रावत ने आज एक समाचार एजेंसी से एक सवाल के जवाब में कहा, “ हमने सिर्फ रमजान के दौरान आपरेशन रोका था. लेकिन हमने देखा कि क्या हुआ. राज्यपाल शासन लगने से हमारे आपरेशनों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हमारे आपरेशन वैसे ही चलेंगे जैसे चल रहे थे. हमें किसी राजनीतिक दखलंदाजी का सामना नहीं करना पड़ता.”
- जनरल बिपिन रावत सोमवार को शहीद औरंगजेब के घर जाकर परिजनों से मिले थे
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को शहीद औरंगजेब के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने शोकाकुल परिवार के साथ लगभग 45 मिनट गुजारे. इस दौरान उन्होंने उन्हें सांत्वना दी और शहीद की बहादुरी की प्रशंसा की, जिसने एक सच्चे सैनिक की तरह मौत को गले लगाया. रक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार, “सेना प्रमुख ने उनके परिजनों को आश्वासन दिया कि औरंगजेब के कातिलों को उचित सजा दी जाएगी और बहादुर की शहादत का बदला लिया जाएगा.”