चीन सीमा के पास सिक्किम में तैनात भारतीय सेना के मेजर निशीत डोगरा की बर्फीले तूफ़ान की चपेट में आने से मौत हो गई. मेजर निशीत उत्तरी सिक्किम के छारतेन गांव से करीब 40 किमी दूर पैगोंग की तरफ तैनात थे वहां अचानक तेज़ हवाओं के साथ भीषण बर्फबारी हुई थी.
इस बीच मेजर निशीत के पिता उमेश चंदर ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वहां सैनिकों के रहने के हालात सुधारने की गुज़ारिश की है. निशीत नोएडा के रहने वाले थे. रविवार को गंगटोक स्थित सदर अस्पताल में उनका पोस्टमार्टम किया गया. शहीद मेजर डोगरा का शव उनके नोएडा स्थित पैतृक आवास पर भेज दिया गया है.

My son Major Nisheet Dogra, of 7 Cavalry died today at China border, Sikkim Jongri.
There was no electricity for over a week. No generator working.
Please improve conditions there.— umesh chander (@umeshchander4) February 9, 2019
सेना के सूत्रों के मुताबिक़ शनिवार को तूफ़ान के बाद मेजर निशीत लापता पाए गये थे. इसके बाद उनकी तलाश के लिए सघन अभियान छेड़ा गया था और रात दस बजे के आसपास मेजर निशीत पांच छह फुट नीचे बर्फ में दबे मिले थे. उन्हें तुरंत वहां से निकालकर प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराई गई लेकिन आधी रात को उन्होंने प्राण त्याग दिए.
मेजर निशीत डोगरा 7 कैवलरी में थे और सिक्किम के जोंगरी में तैनात थे. उनके पिता उमेश चंदर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सम्बोधित ट्वीट संदेश में वहां के खराब हालात का हवाला देते हुए कहा है कि वहां लगभग एक हफ्ते से बिजली तक नहीं थी और न ही वहां जनरेटर था.