गश्त के ‘ओलंपिक’ में गोरखा राइफल्स ने कई सेनाओं को पछाड़ गोल्ड मेडल जीता

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कैम्ब्रियन पेट्रोल अभ्यास
गोरखा राइफल्स का दल

भारतीय सैनिकों के एक दल ने इंसान की सहनशक्ति और टीम भावना के एक सख्त इम्तहान के तौर पर माने जाने वाले गश्ती मुकाबले ‘कैम्ब्रियन पेट्रोल अभ्यास’ ( exercise cambrian patrol ) में 17 अंतर्राष्ट्रीय टीमों को पछाड़कर अव्वल नम्बर हासिल किया है. ये सैनिक दल 4/5 गोरखा राइफल्स का है जिसने दुनिया भर में प्रतिष्ठित इस मुकाबले में भारतीय सेना की नुमायन्दगी करते हुए स्वर्ण पदक (gold medal) हासिल किया है.

कैम्ब्रियन पेट्रोल अभ्यास
ब्रिटिश सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल सर मार्क कार्लेटों-स्मिथ ने भारतीय सेना की टीम के सदस्यों को स्वर्ण पदक दिया.

ये मुकाबला ब्रिटिश सेना ने वेल्स प्रांत के ब्रेकन में कराया था. ब्रिटिश सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल सर मार्क कार्लेटों-स्मिथ ने 15 अक्तू्बर को एक औपचारिक समारोह में भारतीय सेना की टीम के सदस्यों को स्वर्ण पदक दिया.

इंसान की ताकत और टीम के तौर पर आपसी समझ परखने के लिए ये मुकाबला ब्रिटिश सेना करवाती है और इसे दुनिया भर की सेनाओं के बीच मिलिटरी ओलंपिक की तरह माना जाता है. इस बार भारतीय सैन्यी दल ने इस आयोजन में हिस्सा लेते हुए कुल 96 टीमों को शिकस्त दी. इन टीमों में दुनिया भर से विशेष बलों और प्रतिष्ठित रेजिमेंटों का प्रतिनिधित्व करने वाली 17 अंतरराष्ट्रीय टीमें शामिल थीं.

कैम्ब्रियन पेट्रोल अभ्यास
4/5 गोरखा राइफल्स ने भारतीय सेना की नुमायन्दगी करते हुए स्वर्ण पदक (gold medal) हासिल किया.

कैम्ब्रियन पेट्रोल अभ्यास के दौरान बेहद कठिनाइयों वाले क्षेत्रों और जबरदस्त ठंड के मौसम में इन सैन्यभ बलों के प्रदर्शन के लिए टीमों का मूल्यांकन किया गया था. अभ्या्स के दौरान दुनिया की दुर्गम स्थितियों के अलावा विभिन्न चुनौतियों का सामना किया गया ताकि जंग के हालात में उनकी प्रतिक्रियाओं को मापा जा सके.

कैम्ब्रियन पेट्रोल अभ्यास
कैम्ब्रियन पेट्रोल अभ्यास

भारतीय रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक़, मुकाबले में टीमों की काबिलियत का मूल्यांकन करने वाले सभी न्यायाधीशों ने खास तौर से टीम के सदस्यों के उत्कृष्ट नौवहन कौशल, पेट्रोल आदेशों को पूरा करने और समग्र शारीरिक सहनशक्ति के लिए भरपूर तारीफ़ की. इस साल कैम्ब्रियन पेट्रोल अभ्यास में हिस्सा लेने वाली 96 टीमों में से, सिर्फ तीन को ही अंतरराष्ट्रीय पेट्रोलिंग दल के छठे चरण तक स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया है.