सिर्फ 19 हवाई फौजियों और 6 अधिकारियों के साथ अंग्रेज़ी हुकूमत के शासन के दौरान रॉयल एयर फ़ोर्स (आर ए एफ – RAF) के तौर पर शुरू हुई भारतीय वायु सेना आज जब अपना 90 वां स्थापना दिवस मना रही है तो इसके कार्मिकों की नफरी 1 लाख 70 हज़ार से ऊपर पहुँच चुकी है. सैनिकों की इस संख्या के हिसाब से भारतीय वायु सेना दुनिया भर की वायु सेनाओं में चौथे नंबर की सबसे बड़ी वायु सेना बन चुकी है. अगर शक्ति और क्षमता के हिसाब से देख जाए तो इसका नंबर दुनिया भर में सातवां आता है.
8 अक्टूबर 1932 को स्थापित भारतीय वायु सेना का इतिहास बेहद दिलचस्प तथ्य समेटे हुए है. 15 अगस्त 1947 को आज़ादी मिलने के बाद बाद इसके नाम के आगे से ‘ रॉयल’ शब्द हटा दिया गया और इसके स्थान पर ‘इंडियन’ लिखा जाने लगा. इसके पहले प्रमुख यानि कमांडर इन चीफ ब्रिटिश अधिकारी एयर मार्शल सर थॉमस डब्ल्यू एल्महर्स्ट (air marshal sir thomas walker elmhirst) थे. 15 अगस्त 1947 से 22 फरवरी 1950 तक वही भारतीय वायु सेना के चीफ रहे. एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी भारतीय वायु सेना के प्रमुख बनाए जाने वाले पहले भारतीय अधिकारी थे. एयर मार्शल मुखर्जी (air marshal subroto mukerjee)1 अप्रैल 1954 से 8 नवंबर 1960 तक भारतीय वायु सेना के प्रमुख रहे.
अब तक भारतीय वायु सेना के एकमात्र अधिकारी अर्जन सिंह को मार्शल ऑफ़ एयर फ़ोर्स (marshal of air force ) का ओहदा दिया गया. पद्म भूषण से सम्मानित एयर चीफ अर्जन सिंह 1 अगस्त 1964 से 15 जुलाई 1969 तक प्रमुख रहे. बाद में वे दिल्ली के उपराज्यपाल भी बनाए गए थे. भारतीय वायु सेना को अभी तक सिर्फ एक परमवीर चक्र मिला है. ये परमवीर चक्र फ्लाइंग ऑफिसर निर्मलजीत सिंह सेखों को भारत – पाकिस्तान के बीच 1971 में हुए युद्ध में दिखाए गए साहस और शूरवीरता के लिए मरणोपरांत सम्मानित किया गया है.
भारतीय वायु सेना का आदर्श वाक्य ‘नभः स्पृशं दीप्तम्’ है जिसका का अर्थ है महिमा के साथ आकाश को छूना. ये आदर्श वाक्य पवित्र पुस्तक भागवद गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है. ये असल में उस प्रवचन का हिस्सा है जो भगवान श्री कृष्ण ने कौरवों और पांडवों के बीच हुए महाभारत के युद्ध के दौरान कुरुक्षेत्र में रणक्षेत्र में दिया था.
भारतीय वायुसेना का ध्वज, वायु सेना निशान से अलग, नीले रंग का है. इसके शुरुआती एक चौथाई हिस्से में भारत का राष्ट्रीय ध्वज बना है और बीच के हिस्से में राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंगों यानि केसरिया, सफ़ेद और हरे रंग से बना एक वृत्त (गोल आकृति) है. वायु सेना का यह ध्वज 1951 में अपनाया गया था जिसमें अब तक 4 बार बदलाव हो चुका है.













