इस्राइल ने यह हमला दमिश्क में रक्षा मंत्रालय के निकट हमला किया है. मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया जा रहा है कि हमले में दमिश्क स्थित सीरियाई सेना के मुख्यालय को भारी नुकसान पहुंचा है.
पोस्ट में कहा गया है ,”आईडीएफ दक्षिणी सीरिया में ड्रूज़ नागरिकों के विरुद्ध घटनाक्रम और शासन की कार्रवाइयों पर नज़र रखे हुए है. राजनीतिक क्षेत्र से मिले निर्देशों के अनुसार, आईडीएफ इस क्षेत्र में हमले कर रहा है और विभिन्न परिस्थितियों के लिए तैयार है.”
इस्राइल का ड्रूज से संबंध :
इस्राइल में ड्रूज समुदाय को आमतौर पर एक वफादार अल्पसंख्यक माना जाता है. ड्रूज़ समुदाय के लोग इस्राइली सेना में भी नौकरी करते हैं. सीरिया के विदेश मंत्रालय ने सभी देशों से अपील की है कि वे सीरिया की संप्रभुता का सम्मान करें और किसी भी विद्रोही या अलगाववादी गतिविधियों का समर्थन न करें. साथ ही, सीरियाई नागरिकों से कहा गया है कि वे खून खराबा और फसाद बंद करें , हथियार डालें और सीरिया में फूट डालने वालों की कोशिशों को नाकाम करें.
सीरिया में असद के पतन के बाद से इस्राइल ने वहां के नए नेताओं के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है. इस्राइल ने कहा है कि वह इस्लामी आतंकवादियों को अपनी सीमाओं के पास नहीं आने देना चाहता. इस्राइली सेना ने गोलान हाइट्स की सीमा पर सीरियाई क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र द्वारा गश्त किए गए बफर जोन कब्जा लिया है. उसने सीरिया में सैन्य ठिकानों पर सैकड़ों हवाई हमले किए हैं.