कंधार में गवर्नर हाउस में पुलिस प्रमुख और इंटेलिजेंस प्रमुख की भी हत्या

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कंधार
हमले में पुलिस प्रमुख अब्दुल राजिक अचकज़ई की मौत हो गई.

अफगानिस्तान में तालिबानी हिंसा के दौर में, सबसे खतरनाक हमलों में से एक, कंधार में गवर्नर हाउस में बृहस्पतिवार को हुए हमले में वहां के गवर्नर ज़लमई वेसा, पुलिस प्रमुख अब्दुल राज़िक अचकज़ई और इंटेलिजेंस प्रमुख अब्दुल मोहमिन की हत्या कर दी गई. हमले में अमेरिकी सेना के कमांडर जनरल स्काट मिलर व इनके साथी अफसर बाल बाल बचे. तालिबान ने दावा किया है कि ये हमला अमेरिकी सैनिक कमांडर स्काट मिलर और नाटो अधिकारियों की जान लेने के इरादे से किया गया था. जबकि एक प्रवक्ता का बयान कहता है कि पुलिस प्रमुख अब्दुल राज़िक अचकज़ई मुख्यत: उनके निशाने पर थे. ताजा खबर के मुताबिक अफगानिस्तान संसद के लिये शनिवार को होने वाला मतदान कंधार प्रांत में एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया गया है.

शुरूआती अपुष्ट खबरों में कहा गया था कि हमले में अमेरिकी कमांडर स्काट मिलर भी घायल हुए लेकिन बाद में अमेरिकी सरकार की तरफ से वहां के मीडिया को स्पष्ट किया गया गया कि घायलों मिलर नहीं बल्कि दो अन्य अमेरिकी अधिकारी हैं.

तालिबान के प्रवक्ता ने हमले की ज़िम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि तालिबान का निशाना वाशिंगटन के उच्च सैन्य कमांडर जनरल स्काट मिलर, इनके साथी अफसर और नाटो अधिकारी थे. वहीँ नाटो के अधिकारियों का कहना है कि कमांडर स्काट मिलर पूरी तरह सुरक्षित हैं.

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वाशिंगटन के उच्च सैन्य कमांडर जनरल स्काट मिलर बाल-बाल बच गये.

ऐसे हुआ हमला :

कंधार गवर्नर हाउस में ये हमला उस वक्त हुआ जब वहां शनिवार को होने वाले संसदीय चुनाव की तैयारी के तहत प्रांतीय सुरक्षा बन्दोबस्त के लिए बैठक चल रही थी जिसकी अध्यक्षता गवर्नर जलमे वेसा कर रहे थे. तभी वहां सुरक्षाकर्मियों की वर्दी में तैनात हथियारबंद शख्स ने गोलियों की बौछार कर डाली. गोलियां लगने से बुरी तरह घायल कंधार के पुलिस प्रमुख अब्दुल राज़िक अचकज़ई और कंधार इंटेलिजेंस सर्विस के निदेशक अब्दुल मोहमिन ने वहीँ दम तोड़ दिया जबकि गवर्नर जलमई वेसा ने इलाज के दौरान अस्पताल में प्राण त्याग दिए.

वहीँ एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक़ हमलावर को अमेरिकी सेना ने मार गिराया था. जो अमेरिकन इन हमले में घायल हुए हैं उनमें एक सैन्य अधिकारी, एक ठेकेदार और एक नागरिक प्रशासन का अधिकारी है. उन सभी को वहां से तुरंत निकाल लिया गया और उनकी हालत स्थिर बनी है. अमेरिकन अधिकारी के मुताबिक़ हमलावर के पास एक ही मौका था. उसने स्काट मिलर की तरफ आगे बढ़ने से पहले अमेरिकी कमांडर के पास बैठे अफगानियों को ही निशाना बनाया.

पुलिस प्रमुख अब्दुल राज़िक अचकज़ई :

भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से विवादों में घिरे पुलिस प्रमुख अब्दुल राजिक अचकज़ई दक्षिण कंधार में घोर तालिबान विरोधी, काफी प्रभावशाली शख्सियत थे और अमेरिकी अधिकारियों के करीबी माने जाते थे. उन पर तालिबान ने कई बार हमले कराए जिनमें से एक तो पिछले साल ही हुआ था. उस हमले में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के पांच राजनयिक मारे गये थे. स्काट मिलर ने कहा कि अब्दुल एक महान दोस्त थे और उन्होंने अफगानिस्तान के लिए जो किया है उसे भुलाया नहीं जा सकता.

तालिबान की धमकी :

जैसे जैसे अफगानिस्तान में संसदीय चुनाव नज़दीक आ रहे हैं वैसे वैसे इनका विरोध कर रहे तालिबानी भी हमले भी तेज़ करने की रणनीति अपना रहे हैं. तालिबान ने स्कूलों के टीचरों और छात्रों को धमकी दी है कि वो वोटिंग से दूर रहें और स्कूलों को मतदान केन्द्रों के तौर पर इस्तेमाल न होने दें. अफगानिस्तान के अन्य प्रान्तों के मुकाबले कंधार में तालिबान इतनी वारदात नहीं कर पाते लेकिन इस घटना ने ये सोच भी बदल दी है.

अमेरिकी रक्षा सचिव जिम माटिस :

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अमेरिकी रक्षा सचिव जिम माटिस.

वहीं अमेरिकी रक्षा सचिव जिम माटिस (Jim Mattis) ने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि कंधार के पुलिस चीफ राज़िब से पहले मिल चुका हूँ. वह देशभक्त थे लेकिन उनकी मृत्यु के बाद भी कंधार के सुरक्षा आपरेशंस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. पेंटागन प्रमुख ने सिंगापुर में पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने दिवंगत पुलिस प्रमुख के साथियों का काम देखा है और अफगान सुरक्षा बलों में परिपक्वता आई है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल वहां वैसे ही काम करते रहेंगे.