आकाशीय बिजली गिरने से सीआरपीएफ अधिकारी की जान गई , 3 और घायल

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सीआरपीएफ के अधिकारी महारबाम प्रबो सिंह
एक तो हथियारबंद  नक्सलियों के खिलाफ जंगली इलाके में अभियान और उस पर बरसात के कारण  खतरनाक स्तर का खराब मौसम. यही नहीं वक्त भी रात का .  इसके बावजूद केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल  ( central reserve police force ) के अधिकारी  महारबाम प्रबो सिंह ( maharbam prabo singh ) अपने साथियों के साथ झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के केरीबुरू गांव में काम तब तक जारी रखे हुए थे जब उन पर बिजली गिरी .  गुरूवार की रात 10 .30 बजे हुई इस त्रासदीपूर्ण घटना  में  महारबाम प्रबो सिंह की जान चली गई और एक अन्य अधिकारी गम्भीर रूप से घायल हो गया .

महारबाम प्रबो सिंह (46 वर्षीय ) के सीआरपीएफ  की 26वीं बटालियन में द्वितीय कमान अधिकारी ( second in command ) थे.  आसमान से गिरी कुदरती बिजली के असर से घायल श्री सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया . वे    मणिपुर के पश्चिमी इंफाल जिले के मूल निवासी थे . हादसे के वक्त सिंह एक महत्वपूर्ण नक्सल विरोधी अभियान के तहत घने जंगल में सीआरपीएफ कर्मियों की एक इकाई का नेतृत्व कर रहे थे.

श्री सिंह के साथ मौजूद सहायक कमांडेंट सुबीर कुमार मंडल  ( assistant commandant subir mondal ) भी इस हादसे  में गंभीर रूप से घायल हो गए.  उन्हें तुरंत इलाज के लिए पहले  नजदीकी अस्पताल ले जाया गया लेकिन  बाद में  टाटा मेन हॉस्पिटल (नोवामुंडी)  रेफर कर दिया गया.  इस घटना में झारखंड पुलिस के दो जवान भी घायल हुए हैं.

जब प्रकृति ने क्रूर प्रहार किया, तो दोनों अधिकारियों ने  चुनौतीपूर्ण मौसम और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में अपने जवानों का मार्गदर्शन किया.  पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है, जिससे संघर्ष-ग्रस्त क्षेत्र में पहले से मौजूद खतरे और बढ़ गए हैं.

सीआरपीएफ ने  बहादुर अधिकारी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पोस्ट में  कहा  कि  ” 15 मई 2025 को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम के छोटा नागरा क्षेत्र में सीआरपीएफ  की 26 बटालियन द्वारा चलाए गए माओवादी विरोधी अभियान के दौरान सेकंड-इन-कमांड श्री महाराम प्रबो सिंह की आकाशीय बिजली गिरने से दुखद मृत्यु हो गई. सीआरपीएफ ऐसे बहादुर अधिकारी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है, जिन्होंने ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में अपने कर्तव्य का पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी. इस गहरे दुख की घड़ी में, पूरा बल शोक संतप्त परिवार के साथ एकजुटता से खड़ा है.”