आईपीएस अधिकारी दिनकर गुप्ता को पंजाब पुलिस प्रमुख बनाया गया

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दिनकर गुप्ता
आईपीएस अधिकारी दिनकर गुप्ता ने पंजाब पुलिस के महानिदेशक का कार्यभार सम्भाल लिया.

पांच महीने की देरी और इस दौरान तमाम तरह के विवाद के बीच, भारत के सीमाई राज्य पंजाब को दिनकर गुप्ता के तौर पर पुलिस महानिदेशक मिला है. भारतीय पुलिस सेवा के 1987 बैच के पंजाब कैडर के अधिकारी दिनकर गुप्ता ने आज चंडीगढ़ में पंजाब पुलिस मुख्यालय में इस ऐतिहासिक पुलिस बल का काम सम्भाला. इससे पहले उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात की थी.

दिनकर गुप्ता का नाम उन तीन अधिकारियों के पैनल में से था जिस पैनल को लोक संघ सेवा आयोग (UPSC ) ने मंजूर करके सरकार के पास भेजा था. दिनकर गुप्ता को डीजीपी बनाये जाने की वजह से ऐसे कई अधिकारी पुलिस प्रमुख बनने से रह गये जो उनसे वरिष्ठ है. इनमें से 1985 बैच के मोहम्मद मुस्तफा (सेवानिवृत्ति- 28 फरवरी 21), 1986 बैच के एस चट्टोपाध्याय (सेवानिवृति -31 मार्च 2020) और इन दोनों से भी वरिष्ठ 1984 बैच के सामंत कुमार गोयल (सेवानिवृति – 31 मई 2020). हालांकि वरिष्ठ तो कुछ और भी अधिकारी हैं लेकिन उनका कार्यकाल चंद ही महीनों का बचा है.

दिनकर गुप्ता पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी और पसंदीदा अफसरों में से एक गिने ही जाते हैं, उन्हें वर्तमान महानिदेशक सुरेश अरोड़ा का भी पसंदीदा अफसर माना जाता है जो रिटायर तो सितम्बर 2018 में हो गये थे लेकिन सेवा विस्तार पर थे. पंजाब में आतंकवाद के दौर में सात साल वो लुधियाना, जलंधर और होशियारपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) रहे.

दिनकर गुप्ता
आईपीएस अधिकारी दिनकर गुप्ता को कार्यभार सौंपने के बाद निवर्तमान महानिदेशक सुरेश अरोड़ा.

इसके अलावा अलग अलग अहम ओहदों पर काम कर चुके आईपीएस दिनकर गुप्ता 30 जून 2017 से अभी तक डीजीपी (इंटेलिजेंस) के ओहदे पर थे और इसके अलावा विधि प्रकोष्ठ के भी प्रभारी थे. बी काम स्नातक दिनकर गुप्ता ने राजनीतिक प्रशासन में एमए किया है और दिलचस्प है कि उसी यादवेन्द्र पब्लिक स्कूल (YPS) के छात्र रहे हैं जो पटियाला के राजसी घराने से ताल्लुक रखने वाले सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के पूर्वज के नाम पर है.

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और विदेशों में पुलिस सम्बन्धित विभिन्न आयोजनों और कार्यकर्मो से जुड़े रहने के अलावा वहां अलग अलग तरह की ट्रेनिंग और पठन पाठन में भी दिनकर गुप्ता की दिलचस्पी रही है.

आईपीएस दिनकर गुप्ता को दो बार बहादुरी के लिये सम्मानित किया गया था. उन्हें 1992 में वीरता के लिये पुलिस मेडल (Police Medal for Gallantry) से नवाजा गया था और 1994 में पुलिस मेडल के लिये बार (Bar to Police Medal for Gallantry) दिया गया था. उत्कृष्ट और विशिष्ट सेवाओं के लिए लिये भी उन्हें दो बार राष्ट्रपति के पुलिस मेडल से नवाजा जा चुका है.

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