
राजधानी दिल्ली में सोमवार की शाम ऐतिहासिक लाल किले के सामने मुख्य सड़क पर एक कार में हुए बम धमाके में 12 लोगों की जान चली गई . शुरूआती जांच में ही स्पष्ट हो गया कि यह आतंकवादी वारदात है जो फिदायीन हमले के तरीके से की गई. हमले के पीछे आतंकवादी संगठनों की बड़ी साजिश और इसके के व्यापक दायरे को देखते हुए जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी ( national investigation agency ) को सौंपी गई है .
धमाका सोमवार की शाम तकरीबन सात बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के बाहर ट्रैफिक सिगनल पर चलती कार में हुआ . धमाका बहुत शक्तिशाली था जिसकी आवाज़ तो दूर तक सुनाई दी ही , आसपास के इलाके में इससे धमक भी महसूस की गई . धमाके से आसपास के अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए और घटनास्थल पर लोगों ने आग की उंची लपट भी उठते दूर से भी देखी.
शुरुआत में इस हमले में 8 लोगों की मौत और कुछ के घायल होने की सूचना थी . सभी को नज़दीक के लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल ले जाया गया. कुछ और घायलों के दम तोड़ने से मृतक संख्या बढ़ गई . फिलहाल लाल किला मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है जबकि लाल किला आगंतुकों के लिए तीन दिनों के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. स्थानीय दुकानदारों के संगठन ने मंगलवार को चांदनी चौक मुख्य बाज़ार को भी बंद रखने का ऐलान किया है .
विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने का फैसला :
लाल किले के बाहर विस्फोट के एक दिन बाद, केंद्र सरकार ने जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने का फैसला किया है . यह निर्णय मंगलवार की सुबह एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की. बैठक उनके सरकारी आवास पर हुई.
केंद्रीय गृह सचिव गोविन्द मोहन , इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका , दिल्ली पुलिस के कमिश्नर सतीश गोलचा और राष्ट्रीय जांच एजेंसी के महानिदेशक सदानंद वसंत दाते इस बैठक में शामिल हुए. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात को भी वर्चुअली इस बैठक में शामिल किया गया .
अब तक की जांच :
शुरुआती छानबीन और आसपास के इलाके में लगे क्लोज सर्किट टीवी कैमरा से हासिल हुई फुटेज से पता चलता है कि धमाका ह्युदै की आई 20 (i20) कार में हुआ वह काफी देर तक पास की ही पार्किंग में खड़ी थी . इस कार में एक शख्स सवार था जो संभवत देर तक कार में ही बैठा रहा . उस शख्स की पहचान डॉक्टर मोहम्मद उमर ( dr muhammad umar ) के तौर पर की गई है जो जम्मू कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला बताया जाता है . दिल्ली 10/11 आतंकवादी हमले के तार हरियाणा से बरामद विस्फोटक सामग्री की घटना से जुड़े हैं . इस पूरे मामले की शुरूआती जांच से एजेंसियां इस नतीजे पर भी पहुंची हैं यह एक बड़ी साजिश है और इससे जुड़े लोगों का नेटवर्क जम्मू कश्मीर , दिल्ली , हरियाणा , उत्तर प्रदेश , गुजरात समेत कुछ अन्य जगह पर भी होगा .
कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है . अब तक दिल्ली पुलिस के अलावा अन्य राज्यों के अधिकारी भी अपने अपने स्तर पर इस घटना के अपने राज्यों से जुड़े तार के मद्देनजर छानबीन व आंकलन कर रहे हैं. विभिन्न एजेंसियों के विशेषज्ञ जांच में जुटे थे.
अतिरिक्त सतर्कता :
दिल्ली में हुए धमाके और इसकी साजिश के तार फैले होने के मद्देनज़र देश भर में संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय अपनाने और अधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( prime minister narendra modi ) ने घटना की निंदा करते हुए मृतकों के परिवार वालों के प्रति संवेदना प्रकट की है . उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे ज़िम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. सोशल मीडिया पर यह संदेश उन्होंने जारी किया था . मंगलवार को श्री मोदी भूटान पहुंचे और वहां एक कार्यक्रम में उन्होंने इस घटना का ज़िक्र करते हुए कहा , आज मैं यहां बहुत भारी मन से आया हूं. कल शाम दिल्ली में हुई भयावह घटना ने सभी के मन को व्यथित कर दिया है. मैं पीड़ित परिवारों का दुख समझता हूं. आज पूरा देश उनके साथ खड़ा है. मैं आश्वस्त करता हूं की दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
इस बीच दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना अपने गुजरात दौरे के बीच ही लौट आए. उन्होंने लोक नारायण जय प्रकाश नारायण अस्पताल ( lnjp) में जाकर घायलों का हालचाल पूछा.












