वाई पूरन कुमार सुसाइड केस : 5 दिन बाद भी पोस्ट मॉर्टम नहीं , रोहतक से नरेंद्र बिजारणिया को हटा सुरेंद्र सिंह भौरिया एसपी बनाए गए

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रोहतक में नरेंद्र बिजारणिया को हटा सुरेंद्र सिंह भौरिया एसपी बनाए गए
हरियाणा में  तैनात भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ( indian police service officer ) वाई पूरन कुमार  की आत्महत्या के केस में नामजद किए जाने वाले  जिन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई होने का अनुमान  है उनमें सबसे पहले सबसे छोटे अफसर पर गाज गिरी है . यह भी आईपीएस अफसर हैं . नाम है नरेंद्र बिजारणिया और जो अभी तक रोहतक जिले के पुलिस अधीक्षक ( superintendent of police ) थे . उन्हें हटाकर अब सुरेन्द्र सिंह भोरिया को  रोहतक का एस पी नियुक्त किया गया है .

सुसाइड केस का रोहतक कनेक्शन :

वाई पूरन कुमार हरियाणा पुलिस की रोहतक रेंज के महानिरीक्षक ( आईजी ) थे . 29 सितंबर को उनका तबादला पुलिस ट्रेनिंग सेंटर कर दिया गया था लेकिन उन्होंने नया पद नहीं संभाला था .  इस बीच रोहतक जिले की पुलिस टीम ने भ्रष्टाचार के एक मामले में हवलदार सुशील कुमार को गिरफ्तार किया . उस पर एक व्यवसायी से रकम मांगने का इलज़ाम था . सुशील की तैनाती आईजी रोहतक के पद पर रहे वाई पूरन कुमार के स्टाफ में थी . व्यवसायी से रकम की मांग उसने आईजी वाई पूरन कुमार का नाम लेकर की थी. रोहतक पुलिस का कहना था कि यह बात सुशील ने पूछताछ के दौरान कबूल की और पुलिस के पास इसका ऑडियो – वीडियो है . इस केस को एसपी नरेंद्र बिजारणिया सुपरवाइज़ कर रहे थे . जिस दिन गिरफ्तार सुशील को अदालत में पेश करने के लिए ले जाया जा रहा था उसी दिन ( 7 अक्टूबर ) को वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ स्थित अपने घर में गोली मारकर ख़ुदकुशी  की.घटनास्थल से मिले ‘ सुसाइड नोट ‘ और वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार की शिकायत के आधार पर चंडीगढ़ पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया . इसमें दर्जन भर से ज्यादा सेवारत या सेवानिवृत्त आईपीएस और आईएएस अधिकारियों के नाम हैं . इनमें खासतौर से  नरेंद्र बिजारणिया और हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ( dgp haryana ) शत्रुजीत सिंह कपूर का नाम हैं .

अभी तक पोस्टमॉर्टेम नहीं :
अमनीत पी कुमार जोकि खुद हरियाणा में तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी है , ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को दी गई शिकायत में इन दो अधिकारियों के खिलाफ खासतौर से कार्रवाई करने की मांग की थी. अमनीत कौर ने यह भी साफ़ साफ़ कहा था कि जब तक इन अफसरों को हटाया जाए , निलंबित और गिरफ्तार किया जाए. उनका कहना था कि जब तक यह कार्रवाई नहीं हो जाती तब तक उनके पति वाई पूरन कुमार का पोस्टमार्टम नहीं होगा .

इस बीच शनिवार की शाम को चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशक सागर प्रीत हूडा के नेतृत्व में एक टीम ने अमनीत पी कुमार से उनके घर जाकर मुलाक़ात की और उनको पोस्ट मॉर्टम के लिए इजाज़त देने का अनुरोध किया लेकिन अमनीत तब तक इसके लिए तैयार नहीं हुई . उन्होंने मना कर दिया. श्री हूडा के साथ चंडीगढ़ के आईजी पुष्पेन्द्र कुमार और एसएसपी कंवरदीप कौर भी थीं. पुष्पेन्द्र कुमार के नेतृत्व में गठित विशेष पुलिस टीम ( एसआईटी ) आत्महत्या केस की जांच कर रही है .

रोहतक में नए एसपी :
नरेंद्र बिजारणिया की जगह रोहतक में एसपी नियुक्त किए गए सुरेंद्र सिंह भौरिया राज्य पुलिस सेवा ( एसपीएस ) के 2014 बैच के अधिकारी हैं. वे अभी तक मधुबन में  हरियाणा सशस्त्र पुलिस ( एचएपी)  की पांचवीं बटालियन के कमांडेंट के पद पर थे . भोरिया इससे  पहले हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर जिलों  में भी एसपी रह चुके हैं.  यमुनानगर में फायरिंग की कुछ घटनाएं होने के बाद सुरिंदर सिंह भोरिया का तबादला कर दिया गया था.  सुरेन्द्र सिंह भोरिया  स्टेट क्राइम ब्यूरो के भी एसपी रह चुके हैं.

नरेंद्र बिजारणिया को अभी नै तैनाती नहीं दी गई है . उनको हरियाणा पुलिस मुख्यालय ( पंचकुला ) से सम्बद्ध किया गया है .

शत्रुजीत सिंह कपूर :
इस केस में सरकार पर पुलिस प्रमुख शत्रुजीत सिंह कपूर को भी हटाने का दबाव है. कहा जा रहा है कि सरकार उन्हें छुट्टी पर भेज सकती हैं . हालांकि श्री कपूर राज्य में  वर्तमान सतारूढ़  राजनीतिक नेतृत्व के पसंदीदा अफसर भी माने जाते हैं . वहीं उनकी छवि भी भ्रष्टाचार निवारण करने में अव्वल रहने वाले पुलिस अफसर की है . पुलिस महानिदेशक बनने  से पहले श्री कपूर एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख भी रहे हैं .