शूटआउट में घायल जम्मू कश्मीर पुलिस के एसआई दीपक शर्मा ने प्राण त्यागे

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सब इंस्पेक्टर दीपक शर्मा
अपराधियों के गिरोह  के साथ मुठभेड़ में घायल हुए जम्मू कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर दीपक शर्मा ने आज सुबह अस्पताल में अंतिम सांस ली. मंगलवार देर रात कठुआ के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज ( जीएमसी ) में गोलीबारी में वह और एक विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) अनिल कुमार घायल हो गए। गोलीबारी में एक गैंगस्टर की मौत हो गई, जिसकी पहचान रामगढ़ के वासुदेव उर्फ शुन्नू के रूप में हुई।

इस घटना से कठुआ शहर में दहशत फैल गई, जहां 19 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान होना है, क्योंकि लोगों को तो एक बारगी लगा कि यह एक आतंकवादी हमला था.

प्रोबेशनरी सब इंस्पेक्टर दीपक शर्मा जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के रामगढ़ पुलिस स्टेशन में तैनात था .  वह उधमपुर रेलवे स्टेशन के पास संगूर नामक स्थान का रहने वाला था.

इस बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है.

सांबा में जिला पुलिस लाइन में सब इंस्पेक्टर दीपक शर्मा को जम्मू कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन और अन्य अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की

एक्स पर एक पोस्ट में, एलजी मनोज सिन्हा ( lg manoj sinha )   ने कहा: “मैं पीएसआई दीपक शर्मा की वीरता और अदम्य साहस को सलाम करता हूं, उन्होंने कठुआ में एक मोस्ट वांटेड गैंगस्टर को बहादुरी से लड़ते हुए और मार गिराते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया. उनका सर्वोच्च बलिदान हमारे दिलों में अंकित रहेगा। शहीद दीपक शर्मा के परिवार के प्रति गहरी संवेदना.”

मृतक गैंगस्टर वासुदेव उर्फ शुन्नु भी रामगढ़ का रहने वाला था. उसके खिलाफ रामगढ़ थाने में आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे. पुलिस ने कहा कि उसे पहले भी जम्मू-कश्मीर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत हिरासत में लिया गया था।

पुलिस के अनुसार शुन्नू एक ऐसे अपराधी  गिरोह से भी जुड़ा था जिसका नेतृत्व सांबा जिले के गुराह सलाथिया गांव का जतिंदर सिंह उर्फ शल्लू कर रहा था। शल्लू  फरार था क्योंकि हाल ही में पंजाब के मोहाली में मुठभेड़ के दौरान एक प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर मोहन चीर की हत्या के सिलसिले में पुलिस को उसकी तलाश थी.

रामगढ़ पुलिस 2023 से रामगढ़ के एक अन्य गैंगस्टर अक्षय कुमार की हत्या के मामले में गैंगस्टरों की तलाश कर रही थी. अक्षय पीएसए के तहत सजा काटने के बाद जेल से बाहर आया था और पिछले साल 25 नवंबर को उसकी हत्या कर दी गई थी.

पिछले महीने पुलिस ने मुठभेड़ के बाद शल्लू गैंग के  दो सदस्यों को अमृतसर के एक होटल से पकड़ा था. उस गोलीबारी में एक एसपीओ भी घायल हो गया था.
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एसआई दीपक शर्मा असल में अक्षय कुमार हत्याकांड की जांच कर रहे थे और उन्हें सूचना मिली कि शल्लू गिरोह के कुछ सदस्य जीएमसी कठुआ के पास मिलने वाले हैं . शालू गिरोह के सदस्यों के आने पर पुलिस की एक टीम कथित तौर पर इंतजार कर रही थी.  जब गैंगस्टर रात करीब 10.30 बजे एक वाहन में उस स्थान पर पहुंचे तो उन्होंने सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों को देखा और कथित तौर पर गोलियां चला दीं.  गोलीबारी के दौरान, छिपने के लिए, गैंगस्टर आपातकालीन ब्लॉक के परिसर में घुस गए, जो सुनसान सा था .

सूत्रों ने बताया कि एसआई दीपक शर्मा ने शुन्नू को  गोली मारकर ढेर कर डाला  लेकिन गोलीबारी के दौरान वह और एक एसपीओ घायल हो गए.  दीपक को पंजाब के एक अस्पताल में ले जाया गया लेकिन आज सुबह उसने  दम तोड़ दिया.  शुन्नु के साथ आए गिरोह के अन्य सदस्य भाग निकले.  कठुआ और सांबा जिलों की पुलिस टीमों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और अपराधियों को जम्मू-कश्मीर छोड़ने से रोकने के लिए पंजाब के सभी मार्गों को बंद कर दिया.

जांबाज शहीद पीएसआई दीपक शर्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए सांबा में जिला पुलिस लाइन में पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया.  पुलिस महानिदेशक आर. आर. स्वैन के नेतृत्व में अधिकारियों, जवानों और शहीद के रिश्तेदारों ने शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.  एडीजीपी विजय कुमार, आनंद जैन, डीआईजी सुनील गुप्ता व अन्य क्षेत्र अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की.