प्रधानमंत्री मोदी ने पुलिस के काम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फोरेंसिक के इस्तेमाल पर जोर दिया

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भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों व पुलिस महानिरीक्षकों का सालाना सम्मेलन आईआईएम रायपुर में सम्पन्न हुआ
भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिदेशकों  और पुलिस महानिरीक्षकों का सालाना तीन दिवसीय सम्मेलन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सम्पन्न हुआ . सम्मेलन के आखिरी दिन रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के  ने पुलिस अधिकारियों को संबोधित किया जबकि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सम्मेलन का उद्घाटन किया था . इस तरह  का यह 60 वां सम्मेलन था. राज्यों के पुलिस प्रमुखों के अलावा  केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुखों ने भी इसमें हिस्सा लिया. इस बार यह आयोजन रायपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान  ( iim raipur) में  हुआ जिसका विषय ‘विकसित भारत: सुरक्षा आयाम’ था . देश भर से विभिन्न रैंकों के 700 से अधिक अधिकारी वर्चुअल माध्यम से इस सम्मेलन में शामिल हुए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ( prime minister narendra modi ) ने खासकर युवाओं के बीच पुलिस के प्रति जनता की धारणा बदलने की तत्काल जरूरत पर जोर  दिया, जिसके लिए दक्षता, संवेदनशीलता और जवाबदेही को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. उन्होंने शहरी पुलिस व्यवस्था को मज़बूत करने, पर्यटक पुलिस ( tourist police ) को फिर से सक्रिय करने और औपनिवेशिक काल के आपराधिक कानूनों के स्थान पर लागू किए गए नए भारतीय न्याय संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया.

प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस और व्यापक प्रशासन को निर्जन द्वीपों को एकीकृत करने के लिए नवीन रणनीतियां अपनाने, राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (नैटग्रिड) के अंतर्गत एकीकृत डेटाबेस का असरदार इस्तेमाल  करने और कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी हासिल  करने के लिए इन प्रणालियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( artificial intelligence) के माध्यम से जोड़ने का निर्देश दिया. उन्होंने विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों को पुलिस जांच में फोरेंसिक के उपयोग पर केस स्टडी करने के लिए प्रोत्साहित करने का आह्वान किया, और कहा कि फोरेंसिक के बेहतर अनुप्रयोग से आपराधिक न्याय प्रणाली और मजबूत होगी.

प्रधानमंत्री ने प्रतिबंधित संगठनों की नियमित निगरानी के लिए नेटवर्क  स्थापित करने, वामपंथी उग्रवाद से मुक्त क्षेत्रों का समग्र विकास सुनिश्चित करने और तटीय सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए नवोन्मेषी मॉडल अपनाने की अहमियत   पर ज़ोर दिया. उनका कहना था कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए एक समग्र सरकारी नज़रिए की ज़रूरत  है, जिसमें प्रवर्तन, पुनर्वास और सामुदायिक स्तर पर हस्तक्षेप एक साथ किया जाए.

सम्मेलन में राष्ट्रीय सुरक्षा के कई मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श हुआ.  विज़न 2047 की दिशा में पुलिस व्यवस्था के दीर्घकालिक रोडमैप, आतंकवाद-निरोध और कट्टरपंथ-निरोध में उभरते रुझान, महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने में तकनीक का लाभ उठाने, विदेशों में रह रहे भारतीय भगोड़ों को वापस लाने की रणनीतियों और प्रभावी जांच एवं अभियोजन सुनिश्चित करने के लिए फोरेंसिक क्षमताओं को मज़बूत करने पर चर्चा हुई.

पीएम मोदी  ने पुलिस अधिकारियों  से चक्रवात, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपात स्थितियों, जिनमें चक्रवात दित्वा ( cyclone ditwa) की मौजूदा स्थिति भी शामिल है, के लिए प्रभावी आपदा प्रबंधन तंत्र को मज़बूत करने का आग्रह किया. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ऐसी घटनाओं के दौरान जीवन की रक्षा और न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय योजना, तत्क्षण समन्वय, त्वरित प्रतिक्रिया और समग्र सरकारी नजरिया ज़रूरी है .

प्रधानमंत्री ने खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक प्रदान किए. उन्होंने शहरी पुलिस व्यवस्था में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले तीन शहरों को भी पुरस्कार दिए .  यह सम्मान शहरी पुलिस व्यवस्था में नवाचार और सुधार को प्रोत्साहित करने के लिए पहली बार स्थापित किया गया है.