दिल्ली पुलिस के कमिश्नर और तीन राज्यों के राज्यपाल रहे वेद मारवाह चल बसे

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वेद मारवाह

देश की राजधानी दिल्ली की पुलिस को सबसे बुरे हालात में सम्भालने वाले  कमिश्नर वेद  मारवाह  का निधन हो गया है. 87 वर्षीय वेद मारवाह ने शुक्रवार की शाम गोवा  में आखरी सांस ली. वे कुछ अरसे से बीमार थे. बेहतरीन पुलिस अधिकारी होने के साथ-साथ  वे सुरक्षा विशेषज्ञ और उतने ही अच्छे और  प्रशासक भी थे. उनका यही गुण था जो सरकारों ने उन्हें बतौर पुलिस प्रमुख रिटायर होने के बाद कई बार अहम जिम्मेदारियां भी दीं.

वेद मारवाह

गोवा में निधन :

दिल्ली में काफी अरसा बिताने के बाद अब गोवा में रह रहे वेद मारवाह के निधन पर गोवा पुलिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि पुलिस बल के एक महान नेतृत्व की क्षति का हमें काफी अफ़सोस है. उन्होंने परीक्षा की घड़ी में दिल्ली पुलिस का नेतृत्व किया और तीन राज्यों में राज्यपाल के तौर पर सेवा की. श्री मारवाह का इलाज मापुसा क्षेत्र के असिलो अस्पताल में चल रहा था. यहीं के सिओलिम के निजी घर में  पत्नी और बेटे के साथ  रह कर वे अपना  इलाज करवा रहे थे.  शाम तकरीबन 8 .30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.

पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक़ श्री मारवाह कुछ साल से फेफड़ों की बीमारी का इलाज करवा रहे थे. दिल्ली की खान मार्केट में उनके पिता के नाम पर स्थापित बुक स्टोर ‘फकीरचंद एंड संस ‘ चला रहे उनके भतीजे अभिनव बम्ही के मुताबिक श्री मारवाह सर्दियों में पत्नी के साथ गोवा चले जाते थे. वहां पर भी उनका निजी मकान  है. सर्दियों के बाद दिल्ली लौट आते थे लेकिन इस बार कोविद 19 संक्रमण के कारण लागू लॉक डाउन की वजह से श्री मारवाह वापस दिल्ली नहीं आ सके. दस दिन से उनकी तकलीफ बढ़ गई थी. उनके वकील पुत्र मृत्यु के समय उनके पास ही थे.

वेद मारवाह

बहुमुखी प्रतिभा :

सरल,  शांत स्वभाव और अक्सर मुस्कराने वाले अंदाज़ के साथ बात करने वाले व्यक्तित्व के मालिक वेद मारवाह तीन राज्यों – मणिपुर , मिजोरम और झारखंड के राज्यपाल रहे. वेड मारवाह जम्मू कश्मीर के राज्यपाल के सुरक्षा सलाहकार भी रहे और बिहार के राज्यपाल के भी सलाहकार के पद पर उन्होंने सेवा की. वेड मारवाह राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के भी महानिदेशक रहे हैं. लिखने पढ़ने के शौक़ीन वेद मारवाह की आतंकवाद पर लिखी एक पुस्तक भी प्रकाशित हुई थी. वे एशियन अकेडमी ऑफ़ फिल्म्स एंड टेलिविज़न समेत कुछ संस्थाओं से भी जुड़े हुए थे.

कुशल नेतृत्व क्षमता :

वेद मारवाह

दिल्ली पुलिस की कमान उन्हें 1985 में जब सौंपी गई थी तब दिल्ली पुलिस का मनोबल बुरी तरह टूटा हुआ था. प्रधानमन्त्री इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर 1984 को हत्या के बाद दिल्ली में हुए सिखों के कत्लेआम , लूटपाट और आगजनी  की तपिश तो  ताज़ा थी ही, उस दौर में पुलिस की बदनामी भी चरम थी क्यूंकि उसके अधिकारियों पर दंगाइयों को छूट देने के इलज़ाम थे.  बड़े बड़े अधिकारी खुद मुलजिमों के कटघरे में थे. इन हालात में तब 50 वर्षीय आईपीएस वेद  मारवाह ने तमाम तरह के अंदरूनी और बाहरी दबाव व आलोचनाओं के बावजूद न सिर्फ दिल्ली पुलिस को सम्भाला बल्कि उसे  आधुनिकता के रास्ते पर भी आगे बढ़ाया.

प्रभावशाली शख्सियत वेद मारवाह का जन्म 15 सितम्बर 1934 को पेशावर (वर्तमान में पाकिस्तान का शहर ) में हुआ था. ब्रिटिश शासन से आजादी के वक्त भारत के हुए बंटवारे के दौर में पिता फ़क़ीर चंद उन्हें व परिवार को लेकर भारत आ गये. शुरुआत में उनका परिवार दिल्ली के राजेन्द्र नगर में रहता था लेकिन बाद में उनको राहत और पुनर्वास मंत्रालय ने खान मार्केट इलाके में प्लाट आवंटित कर दिया था.  वेद मारवाह दिल्ली विश्विद्यालय के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफंस कॉलेज के छात्र रहे हैं . कम ही लोग जानते हैं कि खान मार्केट में मशहूर  बुक स्टोर की स्थापना करने वाले सदस्यों में श्री मारवाह भी थे.

श्रद्धांजलि :

वेद मारवाह

दिल्ली पुलिस के रिटायर अधिकारी आमोद कंठ उन दिनों को याद करते हुए बताते हैं जब वो दिल्ली पुलिस के मध्य जिले के डीसीपी और फिर क्राइम ब्रांच के डीसीपी थे. श्री कंठ का कहना है कि हमने  श्री मारवाह को दर्जनों दफा संकट के समय में  हमेशा अपने साथ खड़ा पाया. स्थानीय मुद्दों से लेकर विश्व भर के मामलों के परिपेक्ष्य में उनकी जानकारी होती थी. गोवा पुलिस के प्रमुख जसपाल सिंह ने श्री मारवाह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके जाने से हमने ,  कठिन समय में  आगे बढ़कर पुलिस बल का नेतृत्व करने वाला महान शख्स खो दिया है.

भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ एस वाई  कुरैशी ने श्री मारवाह की याद में ट्वीट संदेश में कहा कि श्री मारवाह  एक समय में मेरे भी बोंस रहे हैं. उन्होंने ट्वीट में कहा ,” श्री मारवाह सेंट स्टीफंस कॉलेज ऐल्युमनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष हुआ करते थे , तब मैं उपाध्यक्ष हुआ करता था”.

सरल , स्पष्ट व  सुलझे स्वभाव के  पुलिस अधिकारी और देश के एक सच्चे सेवक के तौर पर हमेशा काम करते रहे वेद मारवाह को रक्षक न्यूज़ टीम की तरफ से श्रद्धांजलि .