आईपीएस सतीश गोलचा ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर का ओहदा संभाला , मात्र 21 दिन कुर्सी पर रहे एसबीके सिंह

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आईपीएस सतीश गोलचा
भारतीय पुलिस सेवा के 1988 बैच के एजीएमयूटी कैडर के अधिकारी सतीश गोलचा ने शुक्रवार (22 अगस्त 2025 ) को दिल्ली पुलिस के आयुक्त के रूप में कार्यभार संभाला. उन्होंने एसबीके सिंह का स्थान लिया, जिनका इस पद पर कार्यकाल सबसे कम समय में से एक रहा – मात्र 21 दिन.
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सतीश गोलचा को दिल्ली का पुलिस कमिश्नर नियुक्त करने का आदेश गुरुवार को जारी किया था . तब तक श्री गोलचा दिल्ली के कारागार महानिदेशक ( director general of prison ) के पद पर थे . सब कुछ ठीक ठाक रहा और इस बीच कुछ नया फरमान न आया तो सतीश गोलचा अप्रैल 2027 तक दिल्ली के पुलिस आयुक्त रहेंगे .
आम चर्चा है कि एसबीके सिंह को हाल ही में सिविल लाइंस स्थित अपने कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले ( rekha gupta attack ) की घटना के कारण हटाया गया. हालांकि एसबीके सिंह दिल्ली के कार्यवाहक पुलिस आयुक्त थे और एजीएमयूटी कैडर में उन उनसे वरिष्ठ अधिकारियों को नजरंदाज करते हुए उनको ( एस बी के सिंह ) राजधानी की पुलिस की कमान सौंपी गई थी . एस बी के सिंह 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. अगर सतीश गोलचा से ही तुलना की जाए तो उनसे चार बैच जूनियर.
ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि सतीश गोलचा ( satish golcha )  को पहले ही क्यों नहीं पुलिस कमिश्नर बनाया गया जबकि वो दिल्ली में उपलब्ध थे .
अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी गोलचा अप्रैल 2027 तक पुलिस आयुक्त के रूप में कार्य करेंगे. आईपीएस सतीश गोलचा ने इससे पहले 2020 के पूर्वोत्तर दिल्ली दंगों के दौरान विशेष आयुक्त (कानून और व्यवस्था) के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हालांकि उन दंगों में दिल्ली पुलिस की काफी छीछालेदर हुई थी जिसके बाद अमूल्य पटनायक को पुलिस कमिश्नर की कुर्सी से हाथ धोना पडा था .
अपने पुलिस करियर में श्री गोलचा ने कई प्रमुख पदों पर काम किया है, जिनमें दिल्ली के महानिदेशक (कारागार) का पद भी शामिल है. मई 2024 में श्री गोलचा को उस पद पर तैनात किया गया था .  इससे पहले उन्होंने फरवरी 2022 से जून 2023 के बीच अरुणाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के रूप में भी कार्य किया. वे केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो ( central bureau of investigation) यानि सीबीआई में भी रहे हैं .
पहला संबोधन और प्राथमिकताएं : 
कार्यभार ग्रहण करने के तुरंत बाद श्री गोलचा ने राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की. पुलिस बल को सतर्क और सक्रिय रहने का निर्देश देते हुए, उन्होंने अपराध रोकथाम, प्रौद्योगिकी-संचालित पुलिसिंग, अंतर-इकाई समन्वय और सामुदायिक पहुँच को अपनी मुख्य प्राथमिकताओं के रूप में रेखांकित किया.
सबसे छोटा कार्यकाल :
एसबीके सिंह (sbk singh) का दिल्ली पुलिस आयुक्त के रूप में सबसे छोटा कार्यकाल रहा. उन्होंने तत्कालीन पुलिस प्रमुख संजय अरोड़ा की सेवानिवृत्ति के बाद 1 अगस्त, 2025 को दिल्ली पुलिस के कार्यवाहक आयुक्त के तौर पर कमान संभाली थी . तब श्री सिंह होमगार्ड के महानिदेशक के रूप में भी कार्यरत थे.