हरियाणा आईपीएस सुसाइड केस : सियासी – सामाजिक दबाव के बाद छुट्टी पर भेजे गए डीजीपी शत्रुजीत

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हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर
हरियाणा में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ( indian police service officer ) आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या के केस में नाम आने के हफ्ते भर बाद  राज्य सरकार ने सोमवार  को पुलिस प्रमुख शत्रुजीत सिंह कपूर ( shatrujeet singh kapur ) को छुट्टी पर भेजने का फैसला लिया. इससे पहले रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया को उनके पद से हटाकर पुलिस मुख्यालय स्थानांतरित किया गया. लेकिन वाई पूरन कुमार का परिवार इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है. परिवार इन दोनों अधिकारियों  गिरफ्तारी की मांग कर रहा है. यह बात न माने जाने  तक परिवार वाई पूरन कुमार के पोस्टमॉर्टम की सहमति देने को तैयार नहीं है.

आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या ( ips y puran kumar suicide case ) के मामले को लेकर सामाजिक संगठन अब मैदान पर उतरने लगे हैं . हरियाणा के प्रशासनिक तंत्र के अधिकारियों और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी समेत कुछ अन्य सियासतदानों ने वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार से मुलाक़ात करके उनको उचित कार्रवाई का आश्वासन किया था लेकिन परिवार इससे संतुष्ट नहीं दिखा है. अमनीत पी कुमार भी हरियाणा में तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा ( indian administrative service ) की वरिष्ठ अधिकारी हैं और जिस दिन ( 7 अक्टूबर 2025 ) को उनके पति ने गोली मारकर आत्महत्या की थी उस दिन वह जापान में थी.

केस पर राजनीति और सरकार पर दबाव :
अब यह मामला परिवार की क्षति और पुलिस कार्रवाई तक सीमित नहीं रहा .  तीन चार दिन से इस केस को लेकर राजनीति भी गरमाने लगी है . सामाजिक और  राजनीतिक संगठनों के बयान आने लगे हैं . वहीं बड़े सियासतदान भी इसमें पीछे नहीं रहे . ऐसे लोग परिवार से मिलने जा रहे हैं और उसके बाद बयान दे रहे हैं जिससे शासन की बदनामी हो रही है .  यह पहलू  राज्य और केंद्र में सत्तारूढ़ उस भारतीय जनता पार्टी ( बीजेपी ) के लिए चिंता का कारण  बन रही है जो सुशासन दें का दावा करता है .

केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले और रवनीत सिंह बिट्टू ने सोमवार को वाई पूरन कुमार के परिवार से चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर मुलाक़ात की . अब मंगलवार ( 14 अक्टूबर 2025 ) को लोकसभा में विपक्ष के नेता व कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी का वहां जाने का प्लान घोषित है .

पोस्टमार्टम का इंतज़ार :  
इस बीच ‘ आत्महत्या के लिए उकसाने ‘ के इस केस की पड़ताल कर रही  चंडीगढ़ पुलिस की  विशेष जांच  टीम ( एसआईटी ) ने अमनीत पी कुमार  को एक पत्र भेजा है, जिसमें उनसे “शीघ्र पोस्टमार्टम (पीएमई) कराने के लिए शव की पहचान के लिए आगे आने का अनुरोध किया गया है जो शीघ्र जांच  के लिए आवश्यक है. चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा सरकार से मामले को आगे बढ़ाने के लिए दस्तावेज़ उपलब्ध कराने को कहा है.

उनकी जेब से मिले ‘अंतिम नोट’ में, मृतक अधिकारी ने श्री कपूर और श्री बिजारनिया सहित कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर उन्हें कथित तौर पर परेशान करने और बदनाम करने का आरोप लगाया है, जिसे उनकी पत्नी ने “आत्महत्या का कारण” बताया है. 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी, 52 वर्षीय कुमार 7 अक्टूबर को अपने आवास पर मृत पाए गए थे.

परिवार की मांगों को मानने के लिए दबाव बनाने के लिए गठित 31 सदस्यीय समिति ‘वाई. पूरन कुमार के लिए न्याय ‘ ( justice for y puran kumar) ने तीन दिन पहले डीजीपी और रोहतक के पूर्व एसपी को तत्काल हटाकर गिरफ्तार करने की मांग  की थी. फोरम के सदस्य गुरमैल शबी ने कहा, “जब एफआईआर दर्ज हो चुकी है, तो पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में क्यों हिचकिचा रही है? अगर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो एफआईआर का कोई मतलब नहीं रह जाएगा.”

तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री अमनीत पी कुमार से मिले :
तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क ने चंडीगढ़ में आईएएस अमनीत पी कुमार और उनके  परिवार से मिलने के बाद कहा कि वाई पूरन कुमार की आत्महत्या दुखद है और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि  यह घटना बेहद हृदयविदारक है . उन्होंने इसे  जाति-आधारित उत्पीड़न और अपमान के कारण एक वरिष्ठ अधिकारी की  आत्महत्या का केस बताते हुए कहा कि यह  करने के लिए देश के लोकतंत्र के लिए एक चेतावनी है.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को आरोपियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए दखल देना चाहिए . उन्होंने कहा, “मैं मांग करता हूं कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का पालन करें और आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें. यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि मानवाधिकार का मुद्दा है. ”

आम आदमी पार्टी :
वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी (aap) की सरकार  के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने शासित राज्यों में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के खिलाफ जाति-आधारित भेदभाव और अत्याचार का माहौल बना रही है.

केन्द्रीय मंत्री अठावले का आश्वासन  :  
केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने सोमवार को अमनीत पी  कुमार के सरकारी आवास पर मुलाक़ात की . उन्होंने  बाहर आने के बाद  मीडिया से कहा, “मैं वाई. पूरन कुमार के भाइयों से मिला—एक हैदराबाद में रहता है और दूसरा मुंबई में. मैं अमनीत पी. कुमार और उनके पिता से भी मिला. वाई. पूरन कुमार दलित समुदाय से हैं. परिवार का दावा है कि वाई. पूरन कुमार को लंबे समय से जातिवादी टिप्पणियों और अपमान का सामना करना पड़ रहा था. दूसरे लोग गलत काम करते थे और उन पर उन्हीं गलत कामों का आरोप लगाया जाता था. काफी संघर्ष के बाद उन्हें आईपीएस कैडर मिला. उन पर इतना दबाव था कि उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा.”

अठावले ने आगे कहा, “मैंने परिवार से कहा है कि हम उनके साथ हैं. डीजीपी (शत्रुजीत सिंह कपूर) और पूर्व एसपी (रोहतक) पर आरोप हैं… दोनों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.”