घटना के वक्त उनके घर में छोटी बेटी थी और पत्नी अमनीत पी कुमार ( amneet p kumar) हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान दौरे पर गए एक प्रतिनिधिमंडल में गई हुई थीं. अमनीत हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग में आयुक्त और सचिव के पद पर हैं . अमनीत 2001 के उसी बैच की आईएएस अधिकारी हैं जिसमें वाई पूरन कुमार आईपीएस अधिकारी थे.
आईपीएस वाई पूरन कुमार ( ips y puran kumar ) की आत्महत्या के सही -सही कारणों को लेकर खुलासा अभी नहीं हुआ है. जांच के लिए घटनास्थल पर पहुची चण्डीगढ़ पुलिस की टीम को जो महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलें हैं उनमें एक हथियार (जिससे गोली चली ) , नौ पन्ने का एक नोट तथा एक वसीयत हैं . जिस कमरे में शव मिला वह बंगले के बेसमेंट में बना दफ्तर है जोकि साउंड प्रूफ है. बताया जाता है वाई पूरन कुमार ने अपने सुरक्षाकर्मी से हथियार लेकर अपने पास रख लिया था और उसे बाहर भेज दिया था. उनकी दो बेटियों में से छोटी वाली बेटी तब घर पर थी. उसी ने दोपहर को पिता को कुर्सी पर गिरे पड़े देखा था.
आईपीएस वाई पूरन कुमार की आत्महत्या को लेकर दो तरह की बातें सामने आ रही हैं. सबसे ताज़ा घटनाक्रम तो भ्रष्टाचार के एक मामले से जुडा है . दरअसल, रोहतक जिले की पुलिस ने एक शराब व्यवसायी की शिकायत पर सोमवार को हरियाणा पुलिस में ही तैनात हवलदार सुशील कुमार को गिरफ्तार किया था. उस पर रिश्वत के तौर पर ढाई लाख रुपये की रकम लेने का आरोप था . इस सिलसिले में रोहतक पुलिस को एक वीडियो भी मिला था . सुशील कुमार पहले आईपीएस वाई पूरन कुमार के मातहत था लेकिन रोहतक रेंज से ट्रांसफर होने के बाद भी, कुमार ने बिना किसी आधिकारिक आदेश के सुशील को अपने साथ रखा था. रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने कहा कि सुशील रिश्वत की रकम आईपीएस वाई कुमार के नाम पर मांग रहा था.
रिश्वतखोरी के केस में गिरफ्तार हवलदार सुशील कुमार को मंगलवार को अदालत में पेश करने के लिए ले जाया जा रहा था. लगभग उसी समय के बीच आईपीएस वाई पूरन कुमार ने आत्महत्या की.
भेदभाव और शिकायतें :
वहीं आईपीएस वाई पूरन कुमार ने मरने से पहले 9 पन्नों का जो सुसाइड नोट लिखा उसमें में कुछ वर्तमान और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारियों के नाम का ज़िक्र है . उनके पुलिस करियर में ऐसी कुछ घटनाएं हुई जिसमें उन्होंने पुलिस प्रशासन में जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव जैसे मुद्दे उठाए थे . साथ ही वर्तमान और सेवानिवृत्त अधिकारियों के खिलाफ शिकायत भी की . इनमें हरियाणा पुलिस के तत्कालीन महानिदेशक मनोज यादव का भी नाम था . इस केस में उन्होंने अदालत का दरवाज़ा भी खटखटाया था. उन्होंने भेदभाव से जुड़ी शिकायतें अधिकारियों और मुख्यमंत्री को भी भेजी थीं .
कौन थे वाई पूरन कुमार :
वर्ष 1973 में जन्मे वाई पूरन कुमार मूल रूप से आंध्र प्रदेश के रहने वाले थे और अनुसूचित जाति समुदाय से ताल्लुक रखते थे . उन्होंने बैचलर इन इंजीनियरिंग (कंप्यूटर साइंस) की डिग्री ली थी और आईआईएम अहमदाबाद ( iim ahmedabad ) से भी स्नातक थे. उनकी पत्नी अमनीत पी कुमार वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं . दोनों की मुलाक़ात मंसूरी में हुई थी जहां वे लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी ( lal bahadur shastri national academy of administration -LBSNAA) में ट्रेनिंग ले रहे थे.
अमनीत पी कुमार :
अमनीत पी कुमार एक शानदार करियर वाली महिला अधिकारी हैं . अमनीत पी कुमार हरियाणा सरकार के हाल ही में गठित भविष्य विभाग (department of future) में आयुक्त एवं सचिव के रूप में तैनात हैं. उनके पास नागरिक उड्डयन विभाग और विदेश सहयोग विभाग के आयुक्त एवं सचिव का अतिरिक्त प्रभार भी है.
अपनी मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि के लिए जानी जाने वाली अमनीत पी. कुमार वर्तमान में आईआईटी मद्रास ( iit madras ) से स्वास्थ्य अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट कर रही हैं. उन्होंने अर्थशास्त्र और इतिहास में डिग्री प्राप्त की है. वे पंजाब विश्वविद्यालय (चंडीगढ़) की छात्रा रही हैं जहां उन्होंने से स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों अध्ययन पूरे किए हैं.
अमनीत पी कुमार ने अपने प्रशासनिक कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य, वित्त और औद्योगिक विकास सहित कई प्रमुख विभागों में काम किया है. उनके नेतृत्व और अभिनव दृष्टिकोण ने उन्हें सिविल सेवाओं में व्यापक मान्यता दिलाई है.