समुद्र भी कोविड 19 की चपेट में, अमेरिकी नौसेना के दो जहाजों में संक्रमण

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यही विमानवाहक पोत थियोडर रूजवेल्ट कोरोना वायरस की चपेट में आया.

वैश्विक महामारी नोवेल कोरोना वायरस की चपेट में सारी दुनिया की ज़मीन का चप्पा चप्पा ही सिर्फ नहीं आया, अब इसका प्रकोप समुद्र में भी पहुँच गया है. अमेरिका ने इस बात की पुष्टि की है उसकी नौसेना के एक जहाज़ पर कुछ नौसैनिक कोविड 19 के संक्रमण की चपेट में आये हैं. अब इस युद्धपोत को समुद्र से वापस बुलाया जा रहा है. समुद्र में कोरोना वायरस के प्रकोप से संबंधित अमेरिकी नौसेना के पोत से सामने आई यह दूसरी घटना है. इसके साथ ही नेवी में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर चिंता ज़ाहिर करने वाले अन्य पोत के हटाये गये कप्तान को फिर से तैनात कर दिया गया जिसे लेकर नौसैनिकों में उत्साह लौट आया.

इस बीच अमेरिकन रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने एक बयान में कहा है कि रक्षा सचिव मार्क एस्पर विमानवाहक पोत थियोडर रूजवेल्ट में कोरोना वायरस के प्रभाव की प्रारम्भिक जांच की गहन समीक्षा करेंगे. इसके बाद ही उठाये जाने वाले अगले कदम के बारे नौसेना के नेतृत्व से बैठक करेंगे. रक्षा सचिव मार्क एस्पर को फिलहाल नौसेना सचिव और नौसैनिक परिचालन के प्रमुख ने मौखिक तौर पर जानकारियाँ दी हैं. शुक्रवार की बैठक में ही अमेरिकी नौसेना ने उस कप्तान को फिर से तैनात करने का फैसला लिया.

फिलहाल जिस अमेरिकी जहाज में कोविड-19 के प्रकोप की जानकारी सामने आई है वो डिस्ट्रॉयर यूएसएस किड है और इसे काउंटर नारकोटिक्स मिशन पर भेजा गया था. इसमें तकरीबन डेढ़ दर्जन नाविकों के कोविड 19 के संक्रमण की चपेट में आने की सूचना है और आशंका है कि इस तादाद में बढ़ोतरी भी हो सकती है. मध्य अमेरिकी क्षेत्र से इस जहाज़ को बुलाने के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं जिसमें कुल 350 सदस्य हैं. पेंटागन के प्रवक्ता जोनाथन हाफमेन ने बताया कि चालक दल के एक हिस्से को हटा दिया जाएगा और इसकी सफाई शुरू की जायेगी.

एक नाविक में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने पर उसे चिकित्सीय सहायता के लिए बृहस्पतिवार को यूएसएस किड से हवाई मार्ग से सेन एंटोनियो भिजवा दिया गया था जहां जांच पर वो नोवेल कोरोना वायरस पाजिटिव पाया गया. इसकी पुष्टि होने के बाद यूएसएस किड पर विशेषज्ञ मेडिकल दल को तैनात किया गया जो वहीं पर नाविकों की जांच और देखभाल कर रही है. अधिकारियों का कहना है यहाँ से हटाया गया पहला मरीज़ स्वत: एकांतवास में है और उसकी तबियत में सुधार है लेकिन उसकी हालत पर पूरी निगाह रखी जा रही है.

उल्लेखनीय है कि अमेरिका का नम्बर वैश्विक महामारी नोवेल कोरोना वायरस की चपेट में देशों में की फेहरिस्त में काफी ऊपर है और वहां दिन ब दिन हालात और बिगड़ते जा रहे हैं.