पाकिस्तान की हिरासत से तीन हफ्ते बाद छूटा बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार

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पूर्णम कुमार ( फाइल फोटो)

अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने के बाद पाकिस्तानी इलाके में पहुंच गए सीमा सुरक्षा बल के जवान पूर्णम कुमार की तीन हफ्ते बाद देश वापसी हुई . पूर्णम कुमार को पाकिस्तान  रेंजर्स ने हिरासत में लिया था और कल ( 14 मई 2025 )  अटारी में चेक पोस्ट पर भारतीय अधिकारियों के सुपुर्द किया .

सीमा सुरक्षा बल  ( border security force ) ने एक बयान में कहा है कि जवान पूर्णम कुमार  23 अप्रैल 2025 से पाकिस्तान रेंजर्स ( pakistan rangers) की हिरासत में था . पूर्णम  को अमृतसर स्थित अटारी  संयुक्त चेक पोस्ट पर सुबह तकरीबन 10.30 बजे भारत के हवाले किया गया. यह  हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से और स्थापित प्रोटोकॉल के मुताबिक  किया गया.

पंजाब के फिरोजपुर में तैनात  बीएसएफ जवान  पूर्णम 23 अप्रैल को  , अनजाने में उस वक्त भारतीय सीमा पार कर गया था जब उसकी ड्यूटी सीमा पर काम करने वाले किसानों की निगरानी और सुरक्षा पर थी . यह वो किसान है जिनके खेत भारत पाकिस्तान सीमा पर हैं . पूर्णम वर्दी में था और उसके पास सर्विस राइफल भी थी.

जब पाकिस्तान रेंजर्स की हिरासत में था बीएसएफ जवान पूर्णम

पंजाब की सीमा  ( punjab border) पर इस तरह की घटनाओं का होना कोई नई बात नहीं है. यहा गफलत में कभी सुरक्षा कर्मी तो कभी किसान एक दूसरे के मुल्क वाले इलाके में पहुंच जाते है और दूसरे देश में सुरक्षाकर्मियों के हाथों  पकड़ लिए जाते है. उनको रिहा करने का तरीका भी तय है जिसे दोनों पक्ष यानि भारत की बीएसएफ और पाकिस्तान के रेंजर्स पालन करते है . लेकिन यह घटना जम्मू कश्मीर के पहलगाम में  किए गए उस जघन्य आतंकी हमले के ठीक  एक दिन बाद की है   जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे. इस कारण सीमा पर तनाव बढ़ गया था और दोनों  देश , भारत – पाकिस्तान युद्ध जैसे हालात में पहुंच गए थे. ऐसे में बीएसएफ जवान की रिहाई व वापसी में देरी हुई. हालात ऐसे थे कि पाकिस्तान पूर्णम कुमार को छोड़ने के लिए बीएसएफ अधिकारियों  की तरफ से किए जा रहे प्रयास का सही से जवाब ही नहीं दे रहा था.

पश्चिम बंगाल के हुगली से ताल्लुक रखने वाले  40 वर्षीय पूर्णम कुमार बीएसएफ में भर्ती हुए 17 साल हो गए हैं . उसका 7 साल का एक बेटा  है और पत्नी रजनी गर्भवती भी है .

पूर्णम के पकड़े जाने पर उसकी सुरक्षा को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चिंता व्यक्त करते हुए बयान जारी किया था . अभी अपने सोशल मीडिया एक्स (X) पर उन्होंने पोस्ट लिखी  है जिसमें पूर्णम की रिहाई पर ख़ुशी ज़ाहिर की है .

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने  एक्स पर कहा, “मुझे यह जानकारी पाकर खुशी हुई कि हमारे बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को रिहा कर दिया गया है. मैं लगातार उनके परिवार के संपर्क में थी और हुगली के रिशरा में उनकी पत्नी से तीन बार बात की। आज भी मैंने उन्हें फोन किया. मेरे भाई जैसे जवान, उनकी पत्नी रजनी शॉ सहित उनके पूरे परिवार को शुभकामनाएं.”

अपने पति की वापसी से राहत महसूस कर रहीं रजनी  ने कहा, “मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करती हूं जिन्होंने मेरा साथ दिया. पूरा देश उनके साथ था. मुख्यमंत्री ने मुझे कई बार फोन किया और मुझे उम्मीद दी. मैं उनकी आभारी हूं.”