पाकिस्तानी नौसेना के जनसंपर्क महानिदेशालय ( DGPR – Navy ) की तरफ से सोमवार को दी गई जानकारी के मुताबिक़ सेंट किट्स एंड नेविस में पंजीकृत एक समुद्री टग एसएएस-5 ( tug sas -5 ) के कराची के दक्षिण पूर्व में 167 मील के समुद्री फासले पर भारतीय तट के पास फंसे होने की सूचना मिली थी . यह टग कर्ष नौका कुछ दिन से समुद्र में निष्क्रिय थी . इसके विद्युत जनरेटर ( electric generator ) में खराबी आ गई और उससे बिजली की सप्लाई बंद हुई पड़ी थी .
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पाकिस्तान नौसेना संयुक्त समुद्री सूचना और समन्वय केंद्र (JMICC) को 4 फरवरी को महासागर से यह संकट संकेत मिला था. टग ने 1 फरवरी को महाराष्ट्र के देभोल के भारतीय बंदरगाह से अपनी यात्रा शुरू की थी और इसे संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह तट की ओर जाना था .
सूचना प्राप्त होने पर, पाकिस्तानी नौसेना ने पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए PMSA ) के मुख्यालय के साथ समन्वय किया और टग को सहायता प्रदान करने के लिए खोज और बचाव अभियान शुरू किया . शुरुआत में, लंबी दूरी के समुद्री गश्ती विमान को समुद्र में टग का पता लगाने का काम सौंपा गया था, जिसके बाद पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा जहाज (पीएमएसएस) कश्मीर ने खोज और बचाव अभियान चलाया गया. पीएमएसएस के इस जहाज़ को क्षेत्र में नियमित समुद्री सुरक्षा अभियानों पर तैनात किया गया था.
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संकटग्रस्त टग तक पहुंचने पर, पीएमएसएस कश्मीर ने टग को सुरक्षित किया और तीन घंटे की कड़ी मरम्मत के प्रयासों के बाद जनरेटर को ठीक किया गया. इस तकनीकी सहायता के अलावा, टग के थके हुए दल को चिकित्सा सुविधाएं, ताज़ा पानी और पका हुआ भोजन भीपाकिस्तानी जहाज़ के दल ने मुहैया कराया. एसएआर ऑपरेशन ( sar operation ) पूरा होने पर, टग ने शारजाह बंदरगाह की ओर अपनी यात्रा सफलतापूर्वक फिर से शुरू कर दी.
पीएन और पीएमएसए परिसंपत्तियों की पेशेवर और समय पर प्रतिक्रिया को टग के बचाए गए दल द्वारा अत्यधिक स्वीकार और सराहना की गई.