काफिले पर हमले में 16 पाकिस्तानी सैनिकों की जान गई

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भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान सेना के उस बयान को ‘अवमानना ​​के साथ खारिज’ कर दिया जिसमें वजीरिस्तान में हुए हमले के लिए भारत को दोषी ठहराया गया है.  28 जून को किए गए इस आत्मघाती हमले में पाकिस्तान के 16 सैनिकों की जान गई थी और कई घायल हुए थे.
भारतीय मंत्रालय ने रविवार को जारी एक बयान में कहा, “हमने पाकिस्तान सेना का एक आधिकारिक बयान देखा है जिसमें 28 जून को वजीरिस्तान में हुए हमले के लिए भारत को दोषी ठहराया गया है. हम इस बयान को पूरी अवमानना ​​के साथ खारिज करते हैं.”
समाचार एजेन्सी एपी ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से दी  गई जानकारियों के आधार पर एक समाचार में कहा है कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि हमले के लिए किए गए धमाके में   लगभग 800 किलोग्राम (1,760 पाउंड) विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था.
 आत्मघाती हमलावर ने  बारूद से भरा वाहन सेना के चलते हुए काफिले में घुसाकर धमाका किया था जिसमें उसने खुद को वाहन समेत  उड़ा दिया .
वजीरिस्तान हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान तालिबान ने ली है . हमले में आसपास के कुछ घरों को भी नुकसान हुआ.  इससे वहां मौजूद कुछ नागरिक घायल हुए जिनमें कुछ बच्चे भी हैं.
आतंकवादियों ने वजीरिस्तान में पाकिस्तानी सेना के काफिले में घुसकर  हमला करने की जो  मोडस ऑपरेंडी अपनाई वह तकरीबन वैसी ही है जैसे जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को की गई वारदात में आजमाई गई थी.  पुलवामा हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस के 40 जवानों की जान गई थी.