सीबीआई टीम ने डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर ( dig harcharan bhullar) के कार्यालय के अलावा, उनके खन्ना स्थित आवास और एक फार्म हाउस की भी तलाशी ली गई. उनको पंचकूला भी ले जाया गया और बाद में वापस लाया गया.
सीबीआई की चंडीगढ़ स्थित टीम ने फतेहगढ़ साहब के एक कबाड़ व्यापारी की शिकायत पर यह कार्रवाई की है . स्क्रैप डीलर ने शिकायत की थी पंजाब पुलिस उनको एक फर्जी केस में फंसा रही है. इसे निपटाने के लिए 8 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी. इसके अलावा स्क्रैप डीलर से हर महीने रकम देने के लिए कहा गया था. बदले में पुलिस ने उसे वाद किया था कि उसके यहा आने वाली स्क्रैप कारों के कानूनी या गैर कानूनी तरीके से आने के बार में कोई पड़ताल या रोकटोक नहीं की जाएगी.
हरचरण सिंह भुल्लर भारतीय पुलिस सेवा के 2007 बैच के अधिकारी हैं और अफसरशाही में रसूख रखते हैं. उनको 27 नवंबर 2024 को पंजाब पुलिस की रोपड़ रेंज का डीआईजी नियुक्त किया गया था. आईपीएस अधिकारी हरचरण सिंह भुल्लर के पिता मेहल सिंह भुल्लर भी आईपीएस अधिकारी थे जो पंजाब के डीजीपी भी रहे. हरचरण सिंह भुल्लर के छोटे भाई कुलदीप सिंह भुल्लर पंजाब में कांग्रेस के पूर्व विधायक है .
आईपीएस हरचरण भुल्लर ( ips harcharan bhullar ) इससे पहले पटियाला रेंज के डीआईजी के पद पर तैनात थे. भुल्लर खुद को सार्वजनिक चर्चा से दूर रखते थे. वह रोपड़ रेंज में “युद्ध नशा विरुद्ध” अभियान में सक्रिय रूप से शामिल थे. भुल्लर ने उस विशेष जाँच दल का भी नेतृत्व किया जिसने अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से नशा तस्करी के आरोपों में पूछताछ की थी.