अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अगले 5 वर्षों में देशभर की पुलिस अकादमियों में लचित बोरफुकन पुलिस अकादमी (lachit borphukan police academy) पहले नंबर प्रथम पर होगी. उन्होंने असम के वीर सेनानी लचित बोरफुकन के इतिहास का ज़िक्र किया , उन्होंने असम को मुगलों के खिलाफ जीत दिलाई थी. उन्होंने कहा कि लचित बोरफुकन पुलिस एकेडमी के रूप में आज जो बीज बोया गया है एक दिन वह बहुत बड़ा वटवृक्ष बन पूरे देश की पुलिसिंग को छाया देगा. गृह मंत्री ने कहा कि यह एकेडमी न केवल असम बल्कि पूरे पूर्वोत्तर की पुलिसिंग के लिए काशी के समान एक तीर्थ बनेगी और यहीं से शांति की एक नई शुरुआत होगी.
लचित बोरफुकन अकादमी का पहला चरण 167 करोड़ रुपये खर्च की लागत से पूरा किया गया है और इसके तीनों चरणों पर कुल 1050 करोड़ रुपये खर्च होंगे. श्री शाह ने , यहां उपलब्ध आधुनिक सुविधाओं का ज़िक्र करते हुए, कहा कि पहले असम की पुलिस अन्य राज्यों में ट्रेनिंग के लिए जाती थी, लेकिन पिछले 8 साल में राज्य के शासन में ऐसा परिवर्तन हुआ कि अब इस पुलिस अकादमी में गोवा और मणिपुर के 2 हज़ार पुलिसकर्मियों ने ट्रेनिंग ली है.
सरकार ने असम में अपराध दोष सिद्धि अनुपात 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत पहुंचाया है. अमित शाह ने कहा कि असम में पहले जो पुलिस केवल आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई तक सीमित थी, आज वह नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए लाए गए तीन नए आपराधिक कानूनों पर सफल अमल के लिए काम कर रही है. असम में अपराध दोष सिद्धि अनुपात 5 प्रतिशत से बढ़कर 25 प्रतिशत पहुंच गया है.