बागियों से मुकाबले के दौरान फिलीपींस सेना के दो अधिकारियों की जान गई

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हताहत सैनिकों को घटनास्थल से ले जाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली गई ( फोटो : फेसबुक से साभार )
हताहत सैनिकों को घटनास्थल से ले जाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली गई ( फोटो : फेसबुक से साभार )
फिलिपींस में न्यू पीपल्स आर्मी ( new people’s army ) के बागियों  की बिछाई बारूदी सुरंग के धमाके की चपेट में आने से दो सैनिकों की जान चली गई और तीन अन्य घायल हुए हैं . यह घटना शुक्रवार को कैमरिंस सूर के बालाटन में उस वक्त की हियो जब सेना के जवान और विद्रोहियों के बीच घमासान चल रहा था.

फिलिपीन्स सेना ने सोशल मीडिया फेसबुक पर एक पोस्ट में पर बताया कि न्यू पीपल्स आर्मी (एनपीए ) के विद्रोहियों के लगाए लैंडमाइन फटने से दो सैनिक मारे गए और तीन अन्य घायल हो गए. मारे गए सैनिकों में एक प्लाटून कमांडर है और दूसरा फर्स्ट लेफ्टिनेंट है .

फिलिपीन सेना की  9वीं  इन्फैंट्री डिवीजन (infantry division ) ने शनिवार को फेसबुक पर पोस्ट की गई सुचना के मुताबिक़  यह घटना  शुक्रवार को बरांगे कैबुंगन में हुई थी. घायल भी सैनिक ही बताए जा रहे हैं.

9वीं  इन्फैंट्री डिवीजन ने इस घटना को सरकारी बलों पर एंटी-पर्सनल माइन  (anti personnel mine ) का इस्तेमाल करके किया गया “हमला” बताया, और कहा कि यह अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन है क्योंकि ऐसे हथियार नागरिकों को खतरे में डालते हैं.

एनपीए ने  1969 से सरकार विरोधी अभियान शुरू किया हुआ है. दशकों से इसकी सक्रियता पूरे द्वीप समूह देश के  मुख्य रूप से लूज़ोन, विसायस और मिंडानाओ के ग्रामीण इलाकों में देखी जा रही है. हालांकि सुरक्षा अधिकारियों का दावा है कि हाल के सालों में इसके सदस्यों की संख्या में तेज़ी से कमी आई है.

सेना का कहना है एनपीए की तक काफी कम हो चुकी है . 1980 के दशक के मध्य में इसकी ताकत जब चरम पर थी तब इसके लड़ाकों की तादाद 25 हजार के आसपास थी जो अब घटकर मात्र 1000 रह गई है .