उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख के तौर पर तैनात प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार नहीं मिल सका . लिहाज़ा शनिवार की शाम तक इंतज़ार करने के बाद राजीव कृष्णा को यूपी के पुलिस महानिदेशक का पद सौंपने का ऐलान कर दिया गया . श्री कृष्णा ने रात को उत्तर प्रदेश के महानिदेशक की कुर्सी भी सम्भाल ली . प्रशांत कुमार रिटायर हो गए .
जैसा कि लग ही रहा था कि प्रशांत कुमार के सेवा विस्तार का अनुरोध अस्वीकार होने पर जिस किसी को भी यूपी पुलिस की कमान सौंपी जाएगी वह अधिकारी कार्यवाहक महानिदेशक ही होगा . क्योंकि सरकार ने पूर्णकालिक पुलिस महानिदेशक तैनात करने के लिए संघ लोक सेवा आयोग ( union public service commission ) के पास अधिकारियों के नाम की लिस्ट भेजी ही नहीं थी . यूपी लगातार 3 साल से महानिदेशक के पद के लिए पात्र पुलिस अधिकारियों की नाम की लिस्ट यूपीएससी या केंद्र सरकार को भेज ही नहीं रहा . ऐसे में राजीव कृष्णा यूपी में पुलिस के कार्यवाहक महानिदेशक बनाए जाने वाले पांचवें अफसर हैं .
राजीव कृष्णा ( rajiv krishna ) भारतीय पुलिस सेवा के उत्तर प्रदेश कैडर के 1991 बैच के अधिकारी हैं . वह अब तक उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष के साथ डायरेक्टर विजिलेंस की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. वरिष्ठता के हिसाब से देख जाए तो कई अधिकारियों को सुपरसीड करते हुए आईपीएस राजीव कृष्णा को उत्तर प्रदेश पुलिस की कमान सौंपी गई है . ऐसे अधिकारियों की संख्या 10 से ऊपर बताई जाती है .
मूल रूप से गौतमबुद्धनगर के निवासी राजीव कृष्णा ने इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन से इंजीनियरिंग की है. उनको दो दफा राष्ट्रपति का गैलेंट्री अवार्ड भी मिल चुका है. जन्म तिथि के हिसाब से उनकी सेवानिवृत्ति में अभी चार साल से ज्यादा का वक्त है . इस वजह से वह लंबे समय तक उत्तर प्रदेश के डीजीपी बने रह सकते हैं.
रात को संभाली कुर्सी :
यूपी की सत्ता के गलियारों में शनिवार को पूरे दिन प्रशांत कुमार का सेवा विस्तार होने की अटकलें लगती रहीं. देर शाम तक प्रशांत कुमार द्वारा डीजीपी पद का कार्यभार नहीं छोड़ने पर इन अटकलों को ताकत रात करीब आठ बजे राजीव कृष्णा को डीजीपी बनाने की घोषणा कर दी गई. शनिवार की रात ही 9 बजे राजीव कृष्णा ने डीजीपी का कार्यभार ग्रहण कर लिया. प्रशांत कुमार ने उनको कुर्सी सौंपी.
इन अधिकारियों को सुपरसीड किया गया :
वर्ष 1989 बैच के शफी अहसान रिजवी, आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्रा, वर्ष 1990 बैच के संदीप सालुंके, दलजीत सिंह चौधरी, रेणुका मिश्रा, बिजय कुमार मौर्य, एमके बशाल, तिलोत्तमा वर्मा, वर्ष 1991 बैच के आलोक शर्मा और पीयूष आनंद वो नाम हैं जिनकी वरिष्ठता को नज़रन्दाज़ किया गया .
लगातार पांचवीं बार कार्यवाहक डीजीपी:
राजीव कृष्णा प्रदेश के पांचवें कार्यवाहक डीजीपी हैं . उनसे पहले डीएस चौहान, आरके विश्वकर्मा, विजय कुमार, प्रशांत कुमार कार्यवाहक बनाए गए थे.